प्रयागराज (ब्‍यूरो)। चार साल बाद सोमवार को अतीक अहमद गृह जनपद की नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा। अहमदाबाद के साबरमती जेल से लाए गए अतीक की सुरक्षा को लेकर नैनी सेंट्रल जेल में पहले से ही पुख्ता इंतजाम किए जा चुके थे। अतीक को लेकर पुलिस गाड़ी जैसे ही जिले में दाखिल हुई उसके परिजन और लोगों का काफिला पीछे-पीछे चलने लगा। नैनी जेल में अतीक को लाए जाने की खबर सुनते ही सैकड़ों लोगों की जेल के बाहर भीड़ लग गई। इसका अंदेशा पुलिस व जेल प्रशासन को पहले से ही था। लिहाजा जेल गेट से लेकर सड़क तक बैरिकेटिंग और सेफ्टी के अन्य इंतजाम किए गए थे। पांच लेयर में बनाए गए सुरक्षा घेरे के बीच से होते हुए अतीक नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा। जेल के गेट पर पहुंचते ही गाड़ी की तरफ लोगों की भीड़ बढऩे लगी। इस पर पुलिस को सख्ती दिखाते हुए उन्हें रोका गया और बगैर देर किए उनकी गाड़ी को जेल परिसर के अंदर ले जाया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच प्रिजन वैन से उतार कर बिना रोके अतीक को जेल में गेट के अंदर ले जाया गया। मंगलवार को उसे एमपीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा।

23 घंटे में 1300 किमी का सरफ
बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस व देवरिया जेल कांड के आरोपित माफिया अतीक अहमद को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर साबरमती जेल में तीन जून 2019 को नैनी सेंट्रल जेल से शिफ्ट किया गया था। बताते चलें कि विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल अपहरण कांड में भी दोनों भाई नामजद अभियुक्त हैं। इस अपहरण केस में मंगलवार को कोर्ट के द्वारा फैसला सुनाए जाने के लिए डेट नियत की गई थी। फैसले के वक्त आरोपितों का कोर्ट में पेश होना जरूरी है। लिहाजा अदालत के आदेश पर अतीक अहमद को लाने के लिए पुलिस अधिकारियों के जरिए टीम अहमदाबाद साबरमती जेल भेजी गई थी। साबरमती जेल से उसे लेकर यह टीम रविवार को दोपहर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। साबरमती जेल से प्रिजन गाड़ी में अतीक तो पुलिस के अफसर व जवान दूसरी गाडिय़ों में आगे पीछे चल रहे थे। कुल 23 घंटा 37 मिनट तक करीब 1300 किलो मीटर का सफर तय करके पुलिस टीम अतीक को लेकर सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे नैनी सेंट्रल जेल पहुंची। अतीक को सुरक्षित जेल तक ले जाने के लिए कुल पांच लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया था। पहला बैरहना चौकी नए ब्रिज की ट्रनिंग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। ब्रिज के आगे लेप्रोसी चौराहा और नैनी सेंट्रल जेल चौराहे पर भी भारी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहें। पांचवा और आखिरी लेयर की अतीक की गाडिय़ों को कवर करते हुए चल रहे पुलिस अफसरों व टीम की थी।

हाई सिक्योरिटी बैरक में रहेगा
साबरमती जेल से लाये गये अतीक अहमद को नैनी सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। पूरा बैरक सीसीटीवी कैमरे से लैस है। बैरक के बाहर पांच-पांच सुरक्षाकर्मी बॉडी वार्न कैमरे के साथ तैनात किए गए हैं। अतीक को दिया जाने वाला खाना पहले चेक किया जाएगा।

जून 2019 में आया था
बता दें कि अतीक अहमद को अब तक कुल आठ जेलों में रखा जा चुका है। सबसे लम्बा समय उसने प्रयागराज की जेल में बिताया है। दूसरे नंबर पर अब अहमदाबाद जेल है। अतीक को आखिरी बार तीन जून 2019 को नैनी जेल लाया गया था। आम तौर पर हिरासत में रखे जाने वालों से कोई बात करने की इजाजत पुलिस नहीं देती लेकिन देवरिया से आने के बाद उसने मीडिया से बात की थी। इस बार पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाकर रखी। उसे जेल के भीतर सुरक्षित दाखिल करा देना ही प्रॉयोरिटी थी। अतीक ने भी किसी से बात करने में कोई रुचि नहीं दिखायी।