मुंह में ठूंस दिया गया था कपड़ा, पूरे शरीर पर मिले जख्म के निशान

पति ने ही पार की थी हैवानियत की हद, एसआरएन में आया तो किया रोंगटे खड़े कर देने वाला खुलासा

मुंह में कपड़ा ठूंसकर बेहिसाब जख्म देने के बाद महिला को गंगा नदी में फेंक दिया था। इस उम्मीद के साथ कि वह मर चुकी है। लहरों के साथ बॉडी बह जाएगी और दरिंदगी करने वाले का राज हमेशा राज ही रह जाएगा। लेकिन, किस्मत को यह मंजूर नहीं था। रात भर पानी में डूबती-उतराती रही महिला पर मल्लाहों की नजर पड़ गई और उन्होंने उसे जान की बाजी लगाकर बाहर निकाल लिया। सासें चलने का अंदेशा हुआ तो पुलिस को सूचना देकर अस्पताल पहुंचा दिया। एसआरएन हॉस्पिटल में महिला को जीवनदान मिल गया तो उनके इस स्थिति तक पहुंचने वाले के बारे में खुलासा किया तो सबके पांव तले से जमीन खिसक गई। इसके बाद भी पुलिस को अभी तहरीर का इंतजार है। सोमवार की देर शाम तक पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।

हंडिया की रहने वाली है महिला

एसआरएन हॉस्पिटल में होश में आने के बाद पूछताछ में महिला ने अपना नाम पूनम गोस्वामी बताया। उसके मुताबिक वह हंडिया एरिया के गनेशीपुर शिवाला की रहने वाली है। करीब 25 साल की पूनम की शादी यहां के रहने वाले शंकर गोस्वामी के साथ हुई थी। उसके पिता का नाम देशराज और मायका इसी थाना क्षेत्र के आसेपुर गांव में हैं। उसकी शादी बेहद कम उम्र में करीब दस साल पहले कर दी गई थी। महिला के अनुसार उसका पति अक्सर नशे में धुत होकर पहुंचता था। रविवार की रात वे देर से घर पहुंचा तो उसने एतराज जताया। इस पर उसका पारा चढ़ गया और वह लाठी लेकर पिटाई शुरू कर दी। उसकी चीख-पुकार घर के बाहर न जाए, इसके लिए उसने महिला के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। शरीर पर गंभीर चोट से महिला अधमरी होकर सुध-बुध खो बैठी तो पति ने उसे मरा हुआ समझ लिया और गंगा नदी में फेंक आया। सोमवार की सुबह गंगा जी मे मछली मारने गये मछुआरों की नजर पड़ी तो उन्होंने महिला को बाहर निकाला। एसआरएन हॉस्पिटल में उसकी व्यथा सुनकर अस्पताल में मौजूद लोग भी अपने को रोक नहीं सके।

महिला से कोई तहरीर हमें नहीं मिली है। उसका एसआरएन में उपचार चल रहा है। शरीर के विभिन्न अंगों मे गहरी चोट है। पति ने ही उसे बुरी तरह से पीटने के बाद मृत समझकर गंगा में बहा दिया था। महिला से तहरीर मिलते ही कार्रवाई की जाएगी।

-दिनेश मिश्रा

चौकी प्रभारी