प्रयागराज (ब्यूरो)।माफिया अतीक की बहन आयशा नूरी की जमानत अर्जी पर बृहस्पतिवार को सुनवाई नहीं हो सकी। आयशा के वकील अपना पक्ष रखने के लिए कोर्ट में पहुंचे ही नहीं। जिस पर कोर्ट ने जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए 29 मई को डेट दी है।
उमेश हत्याकांड में माफिया अतीक की बहन आयशा नूरी का भी नाम जोड़ा गया है। जिस पर आयशा नूरी के वकील विजय मिश्रा ने उसकी जमानत अर्जी कोर्ट में दाखिल की। जिसमें कहा गया कि आयशा नूरी का नाम उमेश पाल हत्याकांड में जोड़ा गया है। आरोपित कोर्ट में सरेंडर करना चाहती है। मामले में कई बार डेट पडऩे पर भी धूमनगंज पुलिस ने अर्जी को लेकर रिपोर्ट नहीं दी। जिस पर कोर्ट ने सख्ती बरती तो पुलिस ने दाखिल रिपोर्ट में बताया कि आयशा नूरी के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं, मगर हत्याकांड के साजिशकर्ता के रूप में आयशा का नाम प्रकाश में आया है। इस पर कोर्ट ने 25 मई की डेट अर्जी पर सुनवाई के लिए तय की थी।

पुलिस ने कर रखी थी तैयारी
आयशा नूरी का सरेंडर अप्लीकेशन अप्रैल माह में पड़ा था। पुलिस कोर्ट को रिपोर्ट नहीं भेज रही थी। ऐसे में डेट पर डेट लग रही थी। मगर पिछले दिनों कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करने के बाद पुलिस को उम्मीद थी कि आयशा सरेंडर करेगी। इसलिए आयशा को सरेंडर से रोकने के लिए सादी वर्दी में कोर्ट परिसर के आसपास पुलिसकर्मी लगाए गए थे। मगर पुलिस की उम्मीदों पर तब पानी फिर गया जब पता चला कि मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए आयशा के वकील ही कोर्ट में नहीं पहुंचे।

दबाव की वजह से नहीं गया कोर्ट
मामले में आयशा के वकील विजय मिश्रा ने बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह कोर्ट नहीं गए। कहा कि उन पर इतना दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपने काम में ही उलझे रहे। हालांकि दबाव किसका है, क्यों है इसको लेकर उन्होंने कुछ नहीं कहा।