हजारों की संख्या में तबादलों से वंचित टीचर्स का जारी रहेगा वनवास

म्युचुअल ट्रंासफर के चक्कर में भी कई टीचर्स तबादले से छूटे

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PRAYAGRAJ: लंबे समय से अंतर जनपदीय तबादलों की राह देख रहे हजारों टीचर्स की आस फिर से टूट गई। इसके पीछे परिषद का नियम रहा। जिसके कारण मानक पूरा करने के बाद भी हजारों की संख्या में टीचर्स अंतर जनपदीय तबादलों में मनचाहे जिले में पोस्टिंग पाने से चूक गए। तबादला सूची से बाहर हुए ऐसे टीचर्स को फिर से अंतर जनपदीय तबादलों का इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि, अभी क्लीयर आंकड़ा उन टीचर्स का नहीं जारी हुआ है, जो तबादला सुरक्षित करने के लिए मानक पूरा करने के बाद भी म्युचुअल तबादलों के फेर में पड़े। ऐसे टीचर्स पर म्युचुअल तबादलों के नियमों में किए गए बदलाव ने झटका दिया है।

मानकों ने कैंसिल करा दिया आवेदन

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से म्युचुअल तबादलों के लिए मांगे आवेदन के दौरान बड़ी संख्या में टीचर्स ने पारस्परिक तबादले के लिए आवेदन किए थे।

ऐसे बड़ी संख्या में टीचर्स ने अंतर जनपदीय तबादलों को छोड़ते हुए म्युचुअल तबादलों को प्राथमिकता दी थी।

कोर्ट के आदेश पर म्युचुअल तबादलों में भी महिलाओं के लिए दो साल और पुरुष टीचर्स के लिए पांच साल सेवा अनिवार्य कर दी गई।

जिसके कारण बड़ी संख्या में ऐसे टीचर्स तबादले के दौड़ से बाहर होने की स्थिति में आ गए है, जिन का आवेदन मानक के बाहर था।

ये वो टीचर्स है, जिन्होंने पारस्परिक तबादलों पर ही फोकस किया था।

इनमें से कई ऐसे टीचर्स है, जिनमें दो लोगों के म्युचुअल तबादले में से एक मानक पूरा कर रहा है, जबकि दूसरा मानक पर खरा नहीं उतर रहा है।

नियमों के लागू होने के बाद ऐसे दोनो टीचर्स तबादलों की दौड़ से बाहर हो गए है।

जो मानक पूरा कर रहे थे, वो भी म्युचुअल तबादलों के चक्कर में साधारण तबादला के लिए आवेदन नहीं कर सके।

ऐसे में दोनों तरफ से इन लोगों को नुकसान उठाना पड़ा।