जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए डॉ। वीके सिंह के नाम की डिप्टी सीएम ने की घोषणा

'दैनिक जागरण आई नेक्स्ट' ने पहले ही जताई थी बीजेपी में नए चेहरे की संभावना

PRAYAGRAJ: आपसी राय और सियासी मंथन के बाद भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी का पत्ता को ओपन कर दिया। इस चुनाव में भाजपा ने नए चेहरे पर दांव लगाया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य द्वारा रविवार को डॉ। वीके सिंह के नाम की घोषणा की गई। शहर के एक होटल में बैठक बाद हुई इस घोषणा से सियासी कुरुक्षेत्र में हलचल मच गई है। सपा से भाजपा में आई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह के नाम की उपेक्षा चर्चा में रही। भाजपा प्रत्याशी डॉ। वीके सिंह वार्ड 13 हंडिया चतुर्थ से जिला पंचायत सदस्य हैं। उनके पिता डॉ। देवराज सिंह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में मेंबर बताए गए। रेखा सिंह की सियासी रेखा का कद पार्टी में घटते देख उनके खेमे में मायूसी का आलम रहा। हालांकि विधान सभा चुनाव सिर पर है, इसलिए माना जा रहा है कि भाजपा रेखा सिंह को खुश करने के लिए कहीं और जगह दे सकती है।

रेखा की उपेक्षा से खेमें में मायूसी

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सबसे पहले सपा ने अपने प्रत्याशी के रूप में मालती यादव के नाम घोषणा की थी। शनिवार को सपा नेताओं के साथ मालती यादव ने नामांकन पत्र की खरीदारी की थी। उनके पर्चा खरीदने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सियासी रणभूमि में कयासों का दौर शुरू हो गया। भाजपा और बसपा शनिवार तक अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं कर सकी थी। जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी की घोषणा में भाजपा के विलंब करने से ही कई चीजें स्पष्ट हो गई थीं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रविवार को प्रकाशित अंक में ही भाजपा द्वारा किसी नए चेहरे पर दांव लगाए जाने की संभावना जताई गई थी। दोपहर बाद डिप्टी सीएम द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए डॉ। वीके सिंह के नाम की घोषणा करते ही दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की खबर भी सियासी खेमे में चर्चा का विषय बन गई। राजनीतिज्ञों का मानना था कि सपा से भाजपा में आई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह पर ही पार्टी दांव लगाए गए। क्योंकि उनके पास इस चुनाव को जीतने और कुर्सी संभालने का पुराना अनुभव है। मगर, सपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बावजूद बीजेपी की खामोशी इस बात का इशारा कर रही थी कि वह नए चेहरे की तलाश में है। यदि ऐसा नहीं होता तो पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए रेखा सिंह के नाम की घोषणा कर चुकी होती। कई बार जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाल चुकीं रेखा सिंह को प्रत्याशी न बनाए जाने से उनके खेमे में भीतर ही भीतर मायूसी का आलम रहा। पार्टी प्रत्याशी के नाम की घोषणा करते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि तीन जुलाई को जब प्रदेशभर के जिला पंचायत अध्यक्षों के नतीजे आएंगे तो निश्चित रूप से भाजपा का पलड़ा भारी रहेगा। ब्लाक प्रमुख पद के चुनाव जब होंगे तो उसमें भी हम आगे रहेंगे। भाजपा की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी बनाए गए डॉ। वीके सिंह 26 जून को नामांकन करेंगे। भाजपा प्रवक्ता दिलीप चतुर्वेदी ने कहा कि सभी नवनिर्वाचित सदस्यों के साथ बैठक कर समर्थन जुटाने का प्रयास तेज कर दिया गया है।

बसपा की चुप्पी का राज क्या?

सत्तासीन पार्टी भाजपा और विपक्ष की सपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपने-अपने प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी है। अब राजनीतिज्ञों की नजर बसपा की चुप्पी पर है। प्रत्याशी के नाम की घोषणा में बसपा की खामोशी पार्टी पर सियासी गलियों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चाओं पर गौर करें तो बसपा अब तक प्रत्याशी के चेहरे को लेकर फैसला नहीं कर सकी है।

दिलचस्प होगा जि.पं। का चुनाव

भाजपा द्वारा प्रत्याशी के नाम की घोषणा के बाद रविवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनावी टक्कर को लेकर जबरदस्त चर्चा रही।

राजनीतिज्ञ पंडितों का मानना है कि सपा और भाजपा दोनों पार्टियां इस दफा नए चेहरे पर ही दांव लगाई गई हैं

सपा वार्ड 12 जिला पंचायत सदस्य मालती यादव पर तो भाजपा वार्ड 13 के जिला पंचायत सदस्य डॉ। वीके को चुना है

चूंकि मालती यादव कनकपुर सैदाबाद की हैं और डॉ। वीके सिंह भी खेरुदा सैदाबाद एरिया के ही निवासी हैं

इन दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों की राजनीतिक सक्रियता अधिक नहीं है, लिहाजा वह चुनाव में हर फन आजमाएंगे

भाजपा और सपा दोनों पार्टियां खुद के जीत का दावा भी कर रही हैं, जाहिर है पूरी ताकत से वह कोशिश भी करेंगी

ऐसे में अभी से ही यह साफ हो गया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है।

खुला रहा काउंटर नहीं बिका पर्चा

जिला पंचायत अध्यक्ष के नामांकन पत्रों की बिक्री के लिए रविवार को भी काउंटर खुले थे। मगर पूरा दिन बीत गया और एक भी प्रत्याशी पर्चा लेने जिला पंचायत कार्यालय नहीं पहुंचा। शनिवार को केवल सपा प्रत्याशी द्वारा ही पर्चा खरीदा गया था। इस तरह अब तक मात्र एक नामांकन पत्र ही बिक सका है। एडीएम/एआरओ गंगाराम गुप्ता ने कहा कि अवकाश के दिन रविवार को पर्चा काउंटर खोले गए थे। मगर एक भी पर्चे की बिक्री नहीं हुई है।