एचआईवी, हेपेटाइटिस बी व सी से होगा बचाव

-एक्सप‌र्ट्स ने दी आधुनिक विधि से खून के जांच की जानकारी

ALLAHABAD: मरीज को खून चढ़ाए जाने से पहले उसकी प्रॉपर जांच जरूरी है। खासकर उसकी न्यूक्लिक एसिड टेस्टिंग की जानी चाहिए। यह बात नई दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट प्रो। आरएन मकरू ने कही। उन्होंने कहा कि आईडी नैट एक आधुनिक विधि है, जिससे दाता के रक्त के नमूने की जांच द्वारा संक्रमण का पता लगाया जाता है। इस जांच के जरिए एचआईवी, हेपेटाइटिस बी व सी को फैलने से रोका जा सकता है।

प्रत्येक ब्लड बैंक में हो जांच

डॉ। मकरू ने कहा कि प्रत्येक ब्लड बैंक में हर रक्तदान के समय आईडी नैट जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। यह पुरानी सभी खून की जांचों से अधिक बेहतर है। एएमए ब्लड बैंक की कंसल्टेंट डॉ। अर्चना शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि अपने अनुभव को साझा किया। उन्होंने रक्तदान और सुरक्षा को लेकर सामान्यजन की अपेक्षाओं के बारे में बताया और कई सुझाव भी दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता एएमए अध्यक्ष डॉ। अनिल शुक्ला ने की। मौके पर डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। शार्दूल सिंह, डॉ। एसके चड्ढा, डॉ। आरकेएस चौहान, डॉ। वीके मिश्रा, डॉ। स्वतंत्र सिंह आदि उपस्थित रहे। संचालन और आभार ज्ञापन वैज्ञानिक सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता ने किया।