प्रयागराज (ब्‍यूरो)। खेत के बगल स्थित एक कीचड़ भरे तालाब में 12 वर्षीय अरविंद सोनकर की बॉडी मिलने से सोमवार को सनसनी फैल गई। परिवार संग ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए। बालक की बॉडी पेट के बल तालाब के कीचड़ में पड़ी थी। बॉडी को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। बगैर देर किए जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस के द्वारा छानबीन की गई। इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। छानबीन में पुलिस को उसके शरीर पर कहीं चोट के निशान नहीं दिखे। जबकि सुबक रहे परिजन गला सूजा हुआ और पेट में चोट के निशान बताते हुए हत्या की आशंका जताते रहे। घटना करछना थाना क्षेत्र के भुंडा गांव की है।

शाम को खुद भैंस पहुंच गई थी घर
यमुनानगर स्थित करछना इलाके के मड़वा गांव निवासी दिनेश सोनकर के दो बेटे और दो बेटियां हैं। बेटों में अरविंद बड़ा और बहनों से छोटा था। वह कक्षा आठ में पढ़ायी कर रहा था। रविवार की दोपहर वह दो भैंस लेकर खेतों की तरफ खास चराने के लिए गया था। शाम करीब छह बजे दोनों भैंस खुद ही घर वापस आ गईं। मगर अरविंद घर नहीं पहुंचा। यह देखकर परिवार के लोग व पड़ोसी उसकी तलाश में जुट गए। रात भर ग्रामीण और परिवारीजन उसे खोजते रहे। खेत में उस कीचड़ युक्त तालाब पर भी कई बार जाकर सभी देख चुके थे। मगर वहां पर भी उसका कुछ पता नहीं चला। परिजन बताते हैं कि सुबह उसी तालाब के कीचड़ में पेट के बल उसकी बॉडी पड़ी मिली। बात गांव में पहुंची परिजनों संग लोग मौके पर जा पहुंचे। पूरे परिवार में कोहराम मच गया। खबर पाते ही करछना थाने की पुलिस व एसीपी और डीसीपी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक छानबीन में उसकी शरीर पर चोट के कोई जाहिरा निशान नहीं मिले। मौत का कारण जानने के लिए पुलिस बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। देर शाम तक पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार करती रही। कहना था कि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती उसकी मौत को लेकर कुछ भी कहना संभव नहीं होगा।

गले पर थी सूजन और पेट पर चोट
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक के बाबा का कहना था कि नाती अरविंद की हत्या की गई है। कोई घाव जैसे चोट नहीं हैं, पर हमें गला घोटने का शक है। क्योंकि उसके गले पर सूजन था और पेट की स्किन प्रहार से लाल पड़ गई थी। पता नहीं पुलिस को यह सब कुछ क्यों नहीं दिखाई दिया। परिजन सीधे-सीधे उसकी हत्या बताते रहे। कहना था कि परिवार की किसी से कोई रंजिश नहीं है। कभी किसी भी व्यक्ति से कोई झगड़ा भी नहीं हुआ। एक सवाल के जवाब में परिजनों ने बताया कि मिर्गी तो दूर, खांसी तक जल्द नहीं आती थी। पूरा गांव उसके बात व्यवहार का कायल था। हम फर्जी तरीके से किसी पर आरोप नहीं लगा सकते।

बॉडी पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद उसकी के आधार पर विधि संवत कार्रवाई की जाएगी। ऐसी स्थिति में सिर्फ अनुमान या शक के आधार पर किसी का कुछ कहना उचित नहीं है.े
दीपेंद्र कुमार शुक्ल, थाना प्रभारी करछना