प्रयागराज ब्यूरो । नगर निगम की आज यानी शनिवार को कार्यकारिणी की बैठक प्रस्तावित है। कार्यकारिणी के सदस्यों ने भी सवालों की फाइल तैयार ली है। सदन हॉल में होने वाली इस बैठक में शहर के विकास व जन सुविधाओं पर चर्चाएं होंगी। चर्चा के बाद पुनरीक्षित बजट, आय और व्यय जैसे बिन्दुओं पर सदस्यगण चर्चा करेंगे। सदस्यों के द्वारा जल कर में विसंगति और नाला सफाई व स्ट्रीट लाइट से जुड़े मुद्दे भी उठाए जाएंगे। पिछली सदन की बैठक में लिए गए निर्णयों पर अमल नहीं होने का मुद्दा भी आज इस बैठक में गर्म होगा। हालांकि देर शाम तक नगर निगम देर शाम तक तैयार किए गए एजेंडे की जानकारी नहीं दे सका। बैठक का एजेंडा क्या है यह बात कर्मचारी तो दूर अधिकारी तक बता पाने में असमंजस की स्थिति में दिखाई दिए।

सदन के निर्णय पर भी होगी चर्चा
शहर में विकास कार्यों को लेकर नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक पूर्व में ही होनी थी। किन्हीं कारणों से यह डेट विभाग के द्वारा रिवाइज की गई। इसके बाद तीन फरवरी की तिथि कार्यकारिणी बैठक के लिए मुकर्रर की गई। इस बैठक को लेकर कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा आज कई ज्वलंत मुद्दों से जुड़े सवाल उठाए जाएंगे। दबी जुबान कार्यकारिणी के सदस्यों की मानें तो पिछली सदन के निर्णय में अब तक अमल नहीं हो सका। नगर निगम जलकल विभाग के द्वारा जल कर में विसंगतियां दूर नहीं की गई। एक ही शहर में अलग-अलग लोगों से अलग-अलग जल कर वसूल किया जा रहा है। जबकि सदन के द्वारा पूर्व में कहा जा चुका है कि जल कर की विसंगतियों को दूर कर समान किया जाय। बताते हैं कि जो जल कर मौजूदा समय में लिया जा रहा है कि उसका स्लैब 1999 का है। आज के मूल्यांकन के आधार पर नहीं है। सदस्यों का दावा है कि यह स्थिति नियम के विरुद्ध है। इसी को नियमानुसार किए जाने की मांग पर सदन ने इस विसंगति को दूर करने का निर्णय लिया था। इतना ही नहीं, आज कार्यकारिणी की बैठक में स्ट्रीट लाइट का काम देखने वाली संस्थाएं भी सदस्यों के निशाने पर होंगी। क्योंकि शहर के कई मोहल्लों और सड़कों की स्ट्रीट लाइट बुझी ही रहती है। बताते हैं कि पिछली कार्यकारिणी और सदन की बैठक में इस बात पर गंभीर चर्चा हुई थी। सदन में निर्णय लिया गया था कि कंपनियों को वार्ड व सड़कें बांट दी जाय। ताकि खुले तौर पर कंपनियों की जवाबदेही तय हो सके। आज तक इस निर्णय भी अमल नहीं हो सका है। नाम नहीं छापने की शर्त पर सदस्य कहते हैं कि नाला सफाई का मुद्दा भी कार्यकारिणी की बैठक में उठाया जाएगा। क्योंकि नालों की समुचित सफाई नहीं हुई जिससे उनमें शिल्ट आज भी जमा है। यह तमाम बातें जन सुविधाओं से जुड़ी और शहर की बड़ी समस्याओं में से एक हैं।

बैठक का एजेंडा नहीं बता सके जिम्मेदार
इस बैठक को लेकर नगर निगम को एजेंडा तैयार करना था। बताते चलेंकि परिषद कार्यालय नगर निगम से लेकर कई अफसरों से बनाए गए एजेंडे की जानकारी चाही गई। मगर, किसी के पास एजेंडे की जानकारी नहीं थी। एजेंडे को लेकर किए गए सवाल पर सभी से मिला उत्तर गोलमोल ही रहा। देर शाम तक एजेंडे से जुड़े सवाल का सही जवाब कोई नहीं दे सका। इस स्थिति को यदि कार्यकारिणी की बैठक को लेकर नगर निगम की अधूरी तैयारी मान ली जाय तब भी इस सदस्यों के जरिए हंगामा होना तय है।