प्रयागराज ब्यूरो । दीपावली पर्व के बाद शहर की आबो हवा अधिक मैली हो गई है। करोड़ों के पटाखे स्वाहा होने के बाद शहर में चारों ओर धुंध नजर आने लगी है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ऐसा माहौल तीन से चार दिन तक बना रह सकता है। जिसमें सांस लेने में थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। बेहतर होगा कि अधिक धुंध में जाने से बचें। खासकर जो लोग सांस के रोगी हैं उनको सावधानी से काम लेना होगा।

13 नवंबर को अधिक खराब थे हालात

12 नवंबर को दीवाली थी, इस दौरान शाम से देर रात तक शहर में करोड़ों के पटाखे जलाए गए। इनसे निकलने वाला धुआं वातावरण में छा गया। जिसकी वजह से सुबह शाम धुंध दिखाने पड़ रही है। खासकर दीवाली के एक दिन बाद 13 नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स बेहद खराब रहा। यह अलग अलग एरिया में दर्ज किया गया। जिसमें झूंसी और नैनी में 266 दर्ज किया गया। सिविल लाइंस, कटरा, चौक, धूमनगंज और सुलेम सराय आदि एरिया में यह 253 रहा। वहीं तेलियरगंज, फाफामऊ आदि में एयर क्वालिटी का स्तर 245 तक पहुंच गया था। वहीं मंगलवार को इसमें थोड़ा सुधार रहा। क्रमश: तीनों जोन का एयर क्वालिटी लेवल 201, 231 और 243 दर्ज किया गया है।

बढ़ गई है जहरीली गैसों की मात्रा

पटाखों की वजह से हवा में जहरीली गैसों का कार्बन मोनो आक्साइड, सीओटू, नाइट्रोजन आदि की मात्रा बढ़ गई है। सांस लेने पर यह जहरीली गैसों बॉडी में जाकर फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रही हैं। जो सांस के मरीज हैं उनके लिए यह हवा बेहद खतरनाक है। इससे फेफड़ों और श्वास नली में सूजन और एलर्जी की समस्या उत्पन्न हो रही है। जिसकी वजह से सांस लेने में कठिनाई, छीक, खांसी और उलझन की समस्या हो सकती है।

एयर क्वालिटी इंडेक्स स्टैंडर्ड

0 से 50- अच्छा

51 से 100- संतोषजनक

101 से 200- खराब

201 से 300- बहुत खराब

301 से ऊपर- खतरनाक

दीपावली पर पटाखे जलाए जाने के बाद एयर क्वालिटी का स्तर खराब हो जाता है। यह स्थिति कुछ दिन बनी रहेगी। ऐसे में बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं और सांस के रोगियों को एहतियात बरतनी होगी। सामान्य व्यक्ति के लिए इस हवा में अधिक एक्सपोजर खतरनाक हो सकता है।

डॉ। राजीव सिंह, संचालक, नारायण स्वरूप अस्पताल