प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ से पहले सूबेदारगंज आरओबी का निर्माण पूरा होने के लिए इसका तेजी से काम होना जरूरी है। यह तब होगा जब पुल का काम दोनों ओर से शुरू होगा। फिलहाल यह पुल अभी एक ओर से ही बन रहा है। चौफटका की ओर से इसका निर्माण शुरू नही हो सका है। जानकारी के मुताबिक यह निर्माण भी कल से शुरू हो सकता है। क्योंकि आज सेतु निगम की ओर सेना को 74 करोड़ रुपए सौंप दिए जाएंगे। बता दें कि सेना की ओर से सेतु निगम को सशर्त एनओसी दी गई थी। जिसके मुताबिक पैसा मिलने के बाद ही चौफटका की ओर से पुल का काम शुरू किया जा सकता है।
लेखपालों की व्यस्तता
सूबेदारगंज रेलवे पुल का काम भले ही शुरू हो गया हो, मगर अभी भी सेना की जमीन के लिए 74 करोड़ नही दिए जा सके हैं। जिसकी वजह से चौफटका की ओर से पुल का निर्माण शुरू नही किया जा सका है। जिसके पीछे सबसे बड़ा कारण लेखपालों की व्यस्तता थी। बताया गया कि यह सभी माघ मेला में अपनी डयूटी कर रहे थे। ऐसे में महाकुंभ 2025 से पहले सूबेदारगंज पुल का काम पूरा होना मुश्किल नजर आ रहा है।
सेना की जमीन के लिए मुआवजा
बता दें कि सूबेदारगंज से चौफटका तक रेलवे सेतु का निर्माण किया जाना है। जिसमें चौफटका की तरफ पुल निर्माण की जद में आ रही सेना की 14 हजार स्क्वायर मीटर जमीन के लिए 74 करोड़ रूपए का मुआवजा दिया जाना है। वहीं 19 नवंबर 2023 को व्यय वित्त समिति ने बजट को मंजूरी दे दी। वहीं महाकुंभ 2025 के दौरान पुल की महत्वता को देखते हुए सेतु निगम ने कुंभ मेला अधिकारी के निर्देश पर इस निर्माण सूबेदारगंज की तरफ से शुरू कर दिया। लेकिन अभी तक चौफटका की तरफ पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका। इन सबके चलते सेतु निगम का निर्माण कार्य सीमित दायरे में हो गया है।

चुका रहे मशीनों का किराया
फाउंडेशन के काम के लिए लगाई जाने वाले पायलिंग मशीन पिछले एक महीने से खड़ी है। सेतु निगम ने चौफटका की तरफ पुल का काम शुरू करने के लिए इसे खड़ा कर रखा है। पायलिंग मशीन के एक दिन का किराया आठ हजार रूपए है। जिसके कारण सेतु निगम को लाखों रूपए बिना किसी काम के अदा करने होंगे। माना जा रहा है कि आज रकम सौंपे जाने के बाद कल से यह मशीनें अपना काम शुरू कर देंगी।


आज सेना को 74 करोड़ रुपए सौप दिया जाएगा। इसके बाद चौफटका साइड से पुल का निर्माण शुरू हो जाने पर यह जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। मशीने मौके पर तैनात कर दी गई हैं।
- मनोज अग्रवाल, मुख्य परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम, प्रयागराज