-21 मार्च को गायब था हुआ था एडवोकेट का बेटा

-घर के पास ही झाडि़यों में मिला बॉडी के नाम पर कंकाल

-स्लीपर और कपड़ों से फैमिली मेम्बर्स की पहचान

ALLAHABAD: आखिरकार वही सूचना आई जिसका सबको डर था। कालिंदीपुरम एरिया से गायब एडवोकेट मिथिलेश साहू के बेटे लव की हत्या कर दी गई। 97 दिन इंतजार के बाद फ्राइडे को उसकी बॉडी मिली। बॉडी कंकाल में बदल चुकी थी। फैमिली मेम्बर्स ने चप्पल और कपड़े से उसकी पहचान की। यह सीन देखकर फैमिली मेम्बर्स के होश उड़ गए। वे फफक पड़े। मौके पर पहुंची पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज अब यह पता लगाना है कि मासूम को मौत देने वाला कौन है? और उसने ऐसा किया क्यों?

शाम को सफाई में मिला

फ्राइडे को कालिंदीपुरम एरिया में नाले की सफाई चल रही थी। करीब चार बजे जागृति चौराहे के पास नाले की सफाई के दौरान झाडि़यों में एक बच्चे के कंकाल मिलने की सूचना मिली। सफाई कर्मचारियों ने पुलिस को जानकारी दे दी। धीरे-धीरे यह खबर पूरे मोहल्ले में फैल गई। कुछ देर बाद लव के घर वाले भी वहां पहुंच गए। उन्होंने बाडी के कपड़े देखे तो होश उड़ गए।

डीआईजी भी पहुंच गए

करीब सात बजे लव के पिता मिथिलेश साहू ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कंकाल उनके बेटे लव का ही है। इस सनसनीखेज घटना की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। पुलिस विभाग के सभी अधिकारी एक के बाद एक पहुंचने शुरू हो गए। एसपी सिटी के अलावा डीआईजी भगवान स्वरूप भी जांच करने मौके पर पहुंच गए। कंकाल बन चुकी बाडी झाडि़यों में पड़ी थी। जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रेम भारतीय को बुला लिया गया।

कौन है कातिल

अब इस मर्डर केस में शक की कोई गुंजाइश नहीं बची थी। लव किसी हादसे का शिकार नहीं हुआ था। यकीनन उसे मार कर फेंका गया था। अब सवाल यह है कि ऐसा किसने किया। बॉडी घर के पास में मिली है। यानी यकीनन कातिल भी आसपास का रहने वाला ही होगा। पुलिस को उस वक्त भी शक था कि हैवान अपनी हैवानियत के लिए मासूम बच्चे को शिकार बना सकता है। यह भी हो सकता है कि किसी ने फिरौती की उम्मीद में उसे उठाया हो लेकिन मामला हाइलाइट होने के बाद डर के चलते उसने बच्चे को मौत दे दी हो।

शापिंग के लिए निकला तो लौटा नहीं

एडवोकेट मिथिलेश साहू कालिंदीपुरम में रहते हैं। वह इलाहाबाद हाइ कोर्ट में स्टैंडिंग काउंसिल हैं। ख्क् मार्च को उनका छोटा बेटा लव घर से मोहल्ले में सामान खरीदने गया था। पहले वह अपने बड़े भाई के साथ गया था। बाद में वह मार्टिन खरीदने के लिए पैसा लेकर अकेले घर से निकला था। इसके बाद से वह गायब था। एडवोकेट के बेटे के गायब होने की सूचना ने पुलिस की नींद उड़ा दी। धूमनगंज पुलिस ने किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज कर ली। जांच शुरू हो गई लेकिन लव का कुछ पता नहीं चला।

एक लाख रुपए का इनाम

इलाहाबाद हाइ कोर्ट के सरकारी वकील का बेटा गायब था। मामला हाई प्रोफाइल था। कोई भी पुलिस ऑफिसर इस केस को हल्के में नहीं लेना चाहता था। तत्कालीन आईजी एलवी एंटनी देव कुमार खुद वहां जांच करने पहुंच थे। बाद में नई एसएसपी मंजिल सैनी ने भी पर्सनली इस केस की पड़ताल की। डीआईजी भगवान स्वरूप और एसएसपी मंजिल सैनी वहां जाकर पूछताछ की। इसके बाद एसएसपी मंजिल सैनी ने लव के बारे में जानकारी देने वाले को एक लाख रुपया इनाम देने की घोषणा कर दी। उसकी पिक्चर और एक लाख रुपए इनाम देने की बाद मीडिया में पब्लिश कराई गई। इसके बावजूद भी पुलिस को कोई क्लू हाथ नहीं लगा था।