भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने नंद गोपाल गुप्ता नंदी

बतौर मंत्री दूसरा कार्यकाल, रविवार को लखनऊ में ली शपथ

ALLAHABAD: उप्र की सरकार में दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बने नंदगोपाल गुप्ता 'नंदी' किस्मत के बाजीगर कहे जाते हैं। पहली बार बसपा से मंत्री बने तो इस बार भाजपा ने महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है। रविवार को उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली तो इलाहाबादियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। खासकर उनके विधानसभा क्षेत्र शहर दक्षिणी में लोगों ने जमकर जश्न मनाया। उनके निवास स्थान पर पटाखे फोड़े गए और अबीर-गुलाल से होली खेली गई।

चुनौतियों से भरा रहा जीवन

इलाहाबाद की शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक चुनकर कैबिनेट मंत्री बने नंदी का जीवन शुरू से चुनौतियों भरा रहा। इलाहाबाद के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 को जन्मे नंदी के पिता सुरेश चंद्र डाक विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। मां विमला देवी घर में सिलाई, बुनाई करती थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते नंदी सिर्फ हाईस्कूल तक ही पढ़ सके। वह बचपन में पटाखा, रंग-गुलाल की दुकान लगाते। मोहल्ले में सबसे पहले उनके घर में टेलीविजन आया तो बच्चों को पचास पैसे में उन्होंने महाभारत भी दिखाई। आर्थिक स्थिति सुधरने पर 1992 में मिठाई की दुकान लगाई। इसके बाद ट्रक लिया और फिर घी और दवाओं की एजेंसी ली। 1994 में रिश्तेदार के साथ ईट भट्टे का बिजनेस शुरू किया। आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने पर नंदी गु्रप ऑफ कंपनीज बना ली।

शुरू हुआ सियासी सफर

वर्ष 2007 में बसपा के साथ मिलकर सियासी पारी खेलने उतरे नंदी ने शहर दक्षिणी से चुनाव जीता। उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता केशरी नाथ त्रिपाठी और कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को हराया। इनाम के रूप में बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया। 12 जुलाई 2010 को जानलेवा हमले के बाद चार महीने नंदी हॉस्पिटल में भर्ती रहे। 2012 के चुनाव में नंदी सपा प्रत्याशी हाजी परवेज अहमद से 414 मतों से पराजित हुए। इसके बाद उनकी पत्‍‌नी अभिलाषा गुप्ता 2012 में हुए नगर निगम चुनाव में महापौर चुनी गई। 2014 लोकसभा चुनाव में नंदी कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद के प्रत्याशी रहे और एक लाख से अधिक मत हासिल किया। इसे देखते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उन्हें मंडल प्रचार प्रभारी बनाया। 2017 विधानसभा चुनाव में मौके की नजाकत को भांपकर बीजेपी में शामिल हुए और सपा विधायक परवेज अहमद टंकी को हराकर एक बार फिर कैबिनेट मंत्री का पद हासिल किया।

एक नजर में नंदी

नाम- नंद गोपाल गुप्ता नंदी

पत्‍‌नी- अभिलाषा गुप्ता (मेयर)

उम्र- 43 साल

पिता- सुरेश चंद्र

माता- विमला देवी

बेटे- अभिषेक व नमन

बेटी- जान्हवी

राजनीतिक करियर

2007 में इलाहाबाद दक्षिण से बसपा एमएलए और सरकार में कैबिनेट मंत्री।

2012 में सपा कैंडिडेट हाजी परवेज से 400 वोटों से पराजित।

2014 में कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और भाजपा के श्यामाचरण गुप्त से पराजित हुए।

2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल होकर इलाहाबाद दक्षिण सीट से चुनाव जीते।