- सड़कों पर दौड़ रही गाडि़यों का ऐप के जरिये डिटेल्स चेक कर रही पुलिस

- चोरी की गाडि़यों पर नजर रखने की कवायद तेज

- बिना नंबर प्लेट व नंबर मिसिंग वाली गाडि़यों का आरसी से चेचिस व इंजन नंबर हो रहा मिलान

PRAYAGRAJ: यदि आप किसी से पुराना वाहन खरीद रहे हैं तो पहले वाहन के कागजात ठीक से जांच लें। कहीं ऐसा न हो कि औने-पौने दाम व सस्ते के लालच में किसी चोरी के मुकदमे में फंस सकते हैं। इन दिनों जिले की पुलिस चोरी के वाहनों का कारोबार पर ब्रेक लगाने के लिए पूरी तरह से एक्टिव हो गई है। सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों का डिटेल्स चेक किया जा रहा है। एसएसपी के निर्देशन पर तीन विशेष टीमों को लगाया गया है। इसके साथ ही हर थाने से एक टीम बनाकर क्षेत्र में घूम रही गाडि़यों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। अधिकारियों की माने तो चोरी के वाहन बेचने वालों के साथ ही सस्ते व बिना पड़ताल किये खरीदने वाले वाहन स्वामी भी चोरी के मुकदमे में फंस सकते हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई की हो सकती है।

फोटो तक कर रहे सेव

वाहन चोरी की घटनाओं को पूरी तरह से ब्रेक लगाने के लिए डीआईजज/एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के नेतृत्व में सिटी की एसओजी टीम के साथ गंगापार व यमुनापार की टीमों को लगाया गया है। इन टीमों के मोबाइल पर ई-चालान व सरकारी एम-परिवहन एप को डाउनलोड करके दिया गया है। जिसके जरिये यह टीमें सड़कों पर दौड़ रही वाहनों का डिटेल्स चेक कर रहे हैं। इसके साथ ही हर थाने से एक टीम बनाकर उनके मोबाइल पर भी एप डाउनलोड किया जा रहा है। इस ऐप को एसपी ट्रैफिक ऑफिस से डाउनलोड कर ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। गाडि़यों का डिटेल्स चेक करने के दौरान फोटो तक ली जा रही है। ताकि डिटेल्स गड़बड़ शो करने पर ली गई फोटो को पुलिस व्हाट्सएप गु्रप पर शेयर किया जा सके।

इस बात रखें विशेष ध्यान

1. हर सेगमेंट के वाहन की डिटेल्स चेक की जा रही है। इसमें एंबुलेंस से लेकर हर विभाग में अटैच सभी वाहनों का डिटेल्स एप के जरिये गठित विशेष टीमें चेक कर रही है।

2. अगर कोई विभाग बिना जांच किये ही सस्ते किराये के चक्कर में गाड़ी को लगाता है तो उसकी भी जवाबदेही तय होगी।

3. क्योंकि शातिर वाहन चोर गाडि़यों के चेचिस व इंजन नंबर को स्क्रैच करके फर्जी दस्तावेज तक तैयार कर लेते हैं।

4. ऐसे में जरूरी है कि स्क्रैच इंजन व चेचिस नंबर जब तक वाहन स्वामी उसको आरटीओ ऑफिस जाकर री-पंचिंग ना करा दें। तब तक वाहन को खरीदने से पूरी तरह बचें।

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दिनों में बरामद चोरी की वाहनों का डिटेल्स

01

जून को फूलपुर पुलिस ने दो चोरी की मोटरसाइकिल को किया था बरामद

02

जून को होलागढ़ पुलिस ने चोरी की एक मोटरसाइकिल और खुल्दाबाद पुलिस ने चोरी की ई-रिक्शा को किया था बरामद

03

जून को बारा और उतरावं पुलिस ने चोरी की अलग-अलग बाइक को बरामद किया था

04

जून को शंकरगढ़ पुलिस ने एक मोटरसाइकिल को किया था बरामद

06

जून को मुट्ठीगंज पुलिस ने चोरी की एक एक्टिवा स्कूटी को किया था बरामद

07

जून को लालापुर पुलिस ने चोरी की दो वाहन और जार्जटाउन पुलिस व सिटी की एसओजी टीम ने तीन चार पहिया व तीन दो पहिया वाहन को किया था बरामद

08

जून को शाहगंज व एसओजी टीम ने चोरी की पांच मोटरसाइकिल और कैंट पुलिस ने चोरी की स्कूटी को किया था बरामद

09

जून को को बारा पुलिस ने चोरी की आठ मोटरसाइकिल को किया था बरामद

10

जून को कीडगंज पुलिस ने चोरी के तीन मोटरसाइकिल, होलागढ़ पुलिस ने चोरी की एक मोटरसाइकिल और शाहगंज पुलिस ने चोरी की एक स्कूटी को किया बरामद

पुरानी गाड़ी खरीदने से पहले जिस जगह की गाड़ी है। उस जगह पर परिवहन कार्यालय में गाड़ी की तस्दीक करा लें। अगर कोई व्यक्ति बिना पड़ताल के गाड़ी खरीदने के साथ किसी विभाग में अटैच करवाते हैं। उसकी भी जवाबदेही होगी। उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। ऐसी गाडि़यों को खरीदने व लगाने से बचें।

-सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, डीआईजी/एसएसपी