प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सीबीएसई अपने स्टूडेंट्स के लिए ओपन बुक टेस्ट लांच करने की तैयारी कर रहा है। सीबीएसई की गवर्निंग बाडी ने यह फैसला लिया है। बॉडी की मीटिंग में इस प्रस्ताव पर चर्चा भी की गई है। आने वाले नए सत्र में इसे पायलट प्रोजेक्ट की तरह गिने चुने स्कूलों में लागू किया जाएगा। जिसके बाद स्टूडेंट बुक खोलकर एग्जाम दे सकेंगे। हालांकि यह कदम केवल बोर्ड स्टूडेंट के लिए उठाया जा रहा है। कक्षा 9 से 12 के स्टूडेंट ओपन बुक टैस्ट का लाभ ले सकेंगे। इसकी सिफारिश नेशनल करिकुलम फेमवर्क (एनसीएफएसई) फार स्कूल एजूकेशन में की गई है।

नवंबर-दिसंबर में भेजा जाएगा मटेरियल
जानकारी के मुताबिक ओपन बुक टेस्ट का रिव्यू, डिजाइन जून तक तैयार कर लिया जाएगा। नवंबर दिसंबर 2024 में सीबीएसई अपने कुछ स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट टेस्टिंग के लिए मटेरियल भी भिजवा देगा। बता दें कि शुरुआत में ओपन बुक टेस्ट देने का सिस्टम इंग्लिश, साइंस, मैथ और बायलाजी में लागू किया जाएगा।

आसान नही होगा ओबीटी
बता दें कि स्टूडेंट के लिए ओपन बुक टेस्ट आसान नही होगा। क्यों कि इस सिस्टम में क्वेश्चन पेपर की क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अगर सोचा जाए कि किताब खोलकर आसानी से आंसर लिख दिया जाएगा तो स्टूडेंट को इसमें अपने क्रिएटिविटी दिखानी होगी। इसी क्रिएटिव थिंकिंग के आधार पर उन्हें नंबर दिया जाएगा। कोविड के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी सहित देश की एजूकेशन संस्थाओं ने ओपन बुक टेस्ट लागू किया था। हालांकि यह सिस्टम चर्चाओं के घेरे में रहा था। अब इसे सीबीएसई लांच करने की कोशिश कर रही है।

अभी हमारे पास इस संबंध में सीधे कोई जानकारी नही आई है। हालांकि चर्चा मेंं यह चल रहा है। फिलहाल सीबीएसई शुरआत में कुछ स्कूलों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तरह ही लांच करेगा। लांच होने के बाद ही इसके इफेक्ट पता चल सकेंगे।
सुष्मिता कानूनगो, अध्यक्ष प्रयागोदय व प्रिंसिपल, जगत तारन गोल्डन जुबली स्कूल

ओपन बुक टेस्ट सिस्टम के बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता है। लेकिन यह लागू हुआ तो बच्चों की क्रिएटिव थिंकिंग काफी मायने रखेगी। ओबीटी भी स्टूडेंट्स के लिए आसान नही होगा।
आशीष रंजन, सचिव प्रयागोदय व प्रिंसिपल, एसएमसी घूरपुर