प्रयागराज ब्यूरो । रायबरेली के रहने वाली सुमन मिश्रा अपने पति गिरीश चंद्र के साथ पिछले पांच साल से कल्पवास कर रही हैं। इस बार भी उनका कल्पवास शनिवार को पूरा हो गया। ाघी पूर्णिमा के अवसर पर उन्होंने सुबह गंगा में स्नान किया और फिर भगवान सत्यनारायण की कथा सुनकर व्रत का पालन किया। उनके दोनों बेटे भी सेक्टर नंबर पांच स्थित उनके टेंट पर शुक्रवार को आ गए थे। शनिवार शाम तक उनका बोरिया बिस्तर लगभग बंध चुका था। रविवार सुबह दोनों बेटों के साथ वह अपने घर चली जाएंगी। हालांकि इस बीच वह आसपास रहने वाले कल्पवासियों से मिलकर भावुक हो गईं। उनका कहना था कि एक साथ बिताए एक माह का समय सालभर याद रहेगा। यही हाल माघ मेले में सेक्टर चार और पांच के लगभग सभी कल्पवासियों के टेंट का रहा।

मेला एरिया में लगा वाहनों का तांता

शनिवार को माघी पूर्णिमा पर भले ही तीस लाख लोगों ने स्नान किया। लेकिन, रविवार को मेले से निकलने वाले रास्तों पर भीषण जाम की स्थिति बन सकती है। इसको लेकर मेला प्रशासन भी एलर्ट नजर आया। मेला एरिया में स्नान के दौरान भारी वाहनों का प्रवेश बंद होने के बावजूद सेक्टर चार और पांच में बड़ी संख्या में चार पहिया वाहन और ट्रेक्टर, छोटा हाथी जैसे वाहन नजर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि इन्ही वाहनों में रविवार को कल्पवासी अपना सामान लेकर वापस लौटेंगे। उधर, शनिवार देर रात से एक बार फिर सामान ढोने वाले वाहनों का प्रवेश मेला एरिया में शुरू हो गया था। मेला में इस सवा लाख के आसपास कल्पवासी मौजूद हैं और सभी को घर लौटने के लिए वाहन की आवश्यकता होगी।

परिवार से बढ़कर बन गया था रिश्ता

कुंडा की रहने वाले भगवती देवी और सोरांव की निर्मला के बीच पिछले एक माह में काफी गहरा रिश्ता बन गया था। दोनों सेक्टर पांच में एक साथ कल्पवास कर रही थीं। दोनों के टेंट एक ही संस्था के तहत लगाए गए थे। शनिवार को दोनों एक दूसरे के गले मिलकर भावुक हो गईं। भगवती देवी ने कहा कि सगी बहन से हमारा रिश्ता हो गया है। यहां से जाने के बाद बेहद खराब लगेगा। इसी तरह कौशांबी के रामसूरत और जौनपुर के सुरेंद्र कुमार के बीच भी पिछले एक माह में गहरी दोस्ती हो गई थी। शनिवार को उन्होंने काफी समय साथ गुजारा। सुरेंद्र का कहना था कि गंगा मईया की रेती पर एक माह के कठिन व्रत के दौरान उन्हें खास मित्र भी मिल गया।

यहां तो तय हो गई रिश्तेदारी

इसी कड़ी में रीवा निवासी मुकेश और सीमा और शंकरगढ़ के रहने वाले ओमप्रकाश और नीलिमा का कल्पवास भी शनिवार को पूरा हो गया। लेकिन दोनों परिवारों ने आपस में रिश्तेदारी जोडऩे का फैसला कर लिया है। मुकेश का बेटा प्रिंस और ओमप्रकाश की बेटी रक्षा के बीच बीच रिश्ता कर दिया गया है। दोनों कल्पवास के दौरान मेले में आए थे और एक दूसरे को पसंद करने लगे। दोनों

ब्राम्हण परिवार हैं और बात आगे बढ़ गई है। दोनों परिवारों का कहना है कि कल्पवास पूरा होने के बाद आगे बात बढ़ाई जाएगी।