प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सफर के दौरान अचानक दवाओं की जरूरत पडऩे पर यात्रियों को परेशान नही होना पड़ेगा। उन्हें स्टेशन पर ही सस्ती दवाएं मिल जाएंंगी। केंद्र सरकार की ओर से रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की प्लानिंग चल रही है, जिसके जरिए लोगों को दवाएं मुहैया करा दी जाएंगी। इस संबंध में जल्द ही प्रक्रिया की शुरुआत होने जा रही है। स्टेशनों पर वर्तमान में दवाओं की उपलब्धता की खास व्यवस्था नहीं है।

प्रयागराज का नाम शामिल
शुरुआत में योजना के तहत अधिक रेलवे स्टेशनों का चयन नहीं किया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत केवल 50 रेलवे स्टेशनों का चयन किया गया है जिसमें प्रयागराज भी शामिल है। साथ ही एनसीआर के दो अन्य मुख्यालयों का चयन भी किया गया है। यहां पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोला जाएगा। जहां पर सस्ती दवाओ की उपलब्धता रहेगी।

70 फीसदी तक मिलती है छूट
बता देंं कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाली दवाओं में 70 फीसदी तक की छूट दी जाती है। जिससे मरीजों को राहत मिले। यह दवाएं जेनेरिक होती हैं और ब्रांडेड दवाओं की तरह इनका दाम अधिक नही होता है। लेकिन साल्ट सेम होने की वजह से ये दवाएं ब्रांडेड दवा की तरह की मरीज को फायदा पहुंचाती है। यही कारण है कि हर शहर में इस तरह के मेडिकल स्टोर खोले गए हैं और अब रेलवे स्टेशनों में भी इनको शामिल किया जा रहा है।

प्रयागराज में हैं 26 मेडिकल स्टोर
इस समय प्रयागराज में कुल मिलाकर 26 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र मौजूद हैं। यह नैनी, धूमनगंज, सिविल लाइंस, जार्जटाउन, एसआरएन अस्पताल, डफरिन अस्पताल, बेली अस्पताल, गोविंदपुर, तेलियरगंज, मनसैता, दहियावां, डांडी, न्यू झूंस्ी, ऊंचाडीह एरिया में स्थित हैं। हालांकि इस बीच कई जन औषधि केंद्र बंद भी किए गए हैं लेकिन इसका डिटेल प्रशासन के पास मौजूद नही है। अधिकारियों का कहना है कि इनका लाइसेंस पांच साल तक मान्य होता है। अगर इस बीच मेडिकल स्टोर बंद भी हो गया तो इसकी जानकारी प्राप्त नही हो पाती है। पांच साल बाद लाइसेंस फिर से रिनूवल कराना पड़ता है।

जंक्शन पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोला जाना है लेकिन अभी तक इसके लिए कोई गाइड लाइन नही आई है। जैसे ही आएगी प्रक्रिया की शुरुआत कर दी जाएगी। वर्तमान में दो दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का संचालन जिले में किया जा रहा है।
संतोष कुमार पटेल, डीआई, औषधि प्रशासन विभाग प्रयागराज