प्रयागराज ब्यूरो । हाई ब्लड प्रेशर वर्तमान में किसी कॉमन बीमारी की तरह है। आंकड़े कहते हैं कि हर 11 में से एक व्यक्ति तो बीपी की प्राब्लम होती है। इसे पहचानना भी आसान है। बशर्ते ब्लड प्रेशर की जांच सही तरीके से की जाए। कई बार गलत तरह से नापने में बीपी पकड़ में नही आता है और मरीज को धोखा हो जाता है। इस बार की हाइपरटेंशन डे की थीम भी अपने ब्लड प्रेशर को सही ढंग से नापने की सीख देने वाली है। ऐसा करके लोग बीपी को नियंत्रित कर लंबे समय तक जीवित रह सकते हैं।

कुछ बातों का रखना होता है ख्याल

डॉक्टर्स का कहना है कि ब्लड प्रेशर नापना भी एक तरह की आर्ट है। इसके लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है। आए दिन बीपी के मानक बदलते रहते हैं। लेकिन सच तो यही है कि अगर ब्लड प्रेशर 140/90 है तो चिंता की बात नही है। इसके ऊपर मीजरमेंट आने पर डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है। इस समय मैनुअल और आटोमेटिक दोनों प्रकार की मशीनों से बीपी की जांच की जाती है।

- खाने के दो घंटे बाद ही ब्लड प्रेशर चेक करना चाहिए।

- दोनों हाथों से रीडिंग लेना चाहिए।

- बीपी चेक करने के दौरान शरीर का रिलैक्स होना जरूरी है।

- दिन में कम से कम देा बार रीडिंग चेक करना चाहिए।

- बीपी नापते समय ढीले कपड़े पहनना जरूरी है।

इन लक्षणों से रहिए होशियार

- सिरदर्द

- थकान

- सुस्ती

- दिल की धड़कन बढ़ जाना

- सीने में दर्द

- सांसे तेज चलना

- सांसे लेने में तकलीफ होना

- धुंधला नजर आना

- नाक से खून आना

बचाव

- नियमित तौर पर बीपी चेक करें

- वजन को कंट्रोल करिए

- खाने में कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा लें

- धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें

युवाओ में हाइपरटेंशन का मेन कारण

एसआरएन अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मामलों में 30 से 40 साल के युवाओं में भी बीपी की प्राब्लम आ रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि युवाओं में हाई बीपी के कई कारण हैं। जिनमें तनाव और भोजन में नमक का अधिक सेवन करना है। इसके अलावा शराब और सिगरेट का सेवन, कम नींद लेना, देर रात तक जागना और मानसिक तनाव भी शामिल है। उनका कहना है कि कुल आने वाले मरीजों में 30 से 40 फीसदी में बीपी के साथ डायबिटीज भी पाय ाजाता है।