- चौक जीटी रोड पर सराफा व्यापार पर भी इंक्रोचमेंट दे रहा चोट

- रोड पर दुकानें और वाहनों के कारण कस्टमर्स के इंतजार में बीत रहा दिन

- जाम में घंटों फंसने के डर से यहां लोग खरीदारी करने से बचते हैं

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PRAYAGRAJ:

शहर के पुराने जीटी रोड में शामिल चौकी जीटी रोड आज जाम की जकड़ में फंसा हुआ है। यह शहर की शान के रूप में जाना जाता है लेकिन जाम और अतिक्रमण से इसकी पहचान बनती जा रही है।

इंक्रोचमेंट के कारण हालत खराब होती जा रही है। यहां आने वाले लोग जाम और अतिक्रमण की समस्या से परेशान हैं। यही कारण है कि इस रोड के सर्राफा व्यापारियों की हालत दूसरे एरिया या मार्केट के व्यापारियों से भी खराब है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण स्थानीय लोगों द्वारा अतिक्रमण और रोड पर लगने वाली दुकानें हैं। ऐसे में सराफा व्यापारियों की माने तो इस जाम और इंक्रोचमेंट के कारण कस्टमर्स का बड़ा वर्ग यहां आने से कतराता है। जिससे धीरे-धीरे यहां के व्यापार में लगातार गिरावट हो रही है।

पटरी पर दुकान, रोड पर वाहन, कैसे आएंगे कस्टमर्स

पुरानी जीटी रोड पर स्थित चौक चौराहा पर बने सर्राफा मार्केट के दुकानदारों ने बताया कि रोड पटरी पर ठेले और दूसरे लोग टेबल लगाकर दुकान लगा लेते है। ऐसे में रोड पर ही कस्टमर्स व दुकानदारों के वाहन खड़े रहते हैं। इसके कारण यहां कस्टमर्स तो आते हैं, लेकिन रूकने के लिए उन्हें जगह नहीं मिल पाती और वे सीधे निकल जाते हैं। इसके साथ ही चौराहा बाद बड़ा सा प्याऊ बनवा दिया गया है। जिसका कोई यूज नहीं है। जबकि इसका आकार छोटा भी हो सकता है। लेकिन किसी भी अधिकारी का ध्यान आज तक इस ओर नहीं गया।

इंक्रोचमेंट में दुकानदार भी नहीं पीछे

सराफा व्यापार से जुड़े लोगों ने बताया कि जहां थोड़ी जगह दूसरे अतिक्रमण से बचती है। वहां पर कई दुकानदार रोड तक अपनी दुकान फैला लेते हैं। कई बार तो दुकान का अधिकांश सामान रोड पर ही फैलाकर रख देते हैं। इससे यहां चलने के लिए काफी कम जगह बचती है। इसका असर ये होता है कि रोड पर चलने के लिए जगह और कम हो जाती है। ऐसे में जब पब्लिक को रोड पर चलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिलेगी, तो वह चौक सर्राफा बाजार तक क्यों आएगा। दुकानदारों ने बताया कि पहले से ही लॉक डाउन और उसके बाद से मार्केट में ज्यादा दम नहीं दिख रहा है। ऐसे में जब अतिक्रमण और जाम से कस्टमर नहीं आ रहा तो, आखिर बिजनेस कैसे चलेगा। कई दुकानदारों की हालत ये हो गई कि उनके महीने का खर्च भी दुकान से नहीं निकल रहा है। लगभग एक महीने से जमा पूंजी ही खर्च कर रहे हैं।

ई-रिक्शा पर लगे लगाम

सराफा व्यापारियों का कहना है कि पहले ही जाम की समस्या थी। उसमें ई रिक्शा वालों की मनमानी उसमें कोढ़ में खाज वाली कहावत साबित हो रही है। ई रिक्शा चालक बेतरतीब तरीके से कहीं भी अपने वाहन खड़ा कर देते हकं। जिस समय ट्रैफिक सही भी चलता है, उस समय ये बीच रोड पर ही वाहन को यू टर्न करने लगते हैं। ऐसे में थोड़ी ही देर में लंबा जाम लग जाता है। इसके बाद रोड पर ही ठेले में सब्जी, फल और रोड किनारे माला फूल की दुकान आदि लगी होने के कारण जाम की हालत और खराब होने लगती है। यहां तक की नगर निगम और सरकार की ओर से रोड किनारे पटरी और गैलरी लोगों के पैदल चलने के लिए बनायी गई है, वहां तक लोगों ने परमानेंट दुकान खोल रखी है। ऐसे में पैदल चलने वाला भी रोड पर ही आ गया। ऐसे में जाम की समस्या कई गुना बढ़ गई।

माल लोडिंग, अनलोडिंग का फिक्स हो टाइम

मार्केट में कई बड़े किराना व्यापारी भी हैं। नियम के अनुसार हैवी वाहनों का दिन में प्रवेश वर्जित है। उसके बाद भी वह सेटिंग से वाहनों को दिन में ही मार्केट में प्रवेश करा लेते हैं।

ऐसे में ये हैवी वाहन रोड पर ही माल की लोडिंग और अनलोडिंग करने लगते है। जिसके कारण जाम की हालत बेहद खराब हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि किराना व्यापारियों के माल लोडिंग और अनलोडिंग का फिक्स टाइम हो। ये समय रात में दस बजे के बाद का हो। जिससे काफी राहत मिलेगी। इसके साथ ही मार्केट में पार्किंग आदि की व्यवस्था भी होनी चाहिए। जिससे कस्टमर के साथ ही दुकानदार भी अपने वाहन वहां खड़ी कर सके। ई रिक्शा के अधिक प्रयोग पर भी लगाम लगे। इन छोटे उपाय के जरिए काफी हद तक जाम की समस्या से निजात मिल सकेगा।

- मार्केट में लोगों ने दुकानें पटरी तक बढ़ा रखी है। ऐसे में रोड पर लोगों के वाहन खड़े रहते हैं और ठेले पर फल आदि लगे रहते हैं। पार्किंग नहीं होने से भी दिक्कत हो रही है।

दिनेश सिंह, सर्राफा व्यापारी

जिलाध्यक्ष, सर्राफा कमेटी प्रयागराज

- जाम और इक्रोचमेंट के कारण व्यापार सीधे प्रभावित हो रहा है। कई बार प्रशासन का ध्यान इस ओर लाया गया। लेकिन कोई परमानेंट व्यवस्था नहीं हो सकी है।

राजेश, गोपी ज्वैलर्स

- जाम और अतिक्रमण के कारण कस्टमर चाहते हुए भी नहीं आ पाते हैं। ई- रिक्शा वालों पर भी नियंत्रण होना चाहिए। वह कहीं भी दुकान के सामने रोड पर उसे खड़ा कर देते हैं। जिससे कस्टमर को कई बाद दुकान खोजने में दिक्कत होती है।

दीपू सिंह, एकता आर्नामेंट हाउस

- जाम की समस्या बेहद खराब है। पैदल चलने के लिए बने गैलरी और रोड पर दुकान लगी है। ऐसे में कस्टमर कहां से आएं। रोड पर वाहन खड़े रहते हैं। कस्टमर को वाहन खड़ा करने की जगह नहीं मिलती। ऐसे में व्यापार पर सीधा असर पड़ रहा है।

-संजय कपूर, सर्राफा व्यापारी