प्रयागराज (ब्यूरो) दो करोड़ रुपए की लागत से यह मशीन लगाई जा रही है जो पीपीपी माडल पर काम करेगी। इस मशीन से जांच कराने के लिए लोगों को कोई शुल्क नहीं देना होगा। वर्तमान में मौजूद मशीन से जांच कराने के लिए पांच सौ रुपए देना होता है। जानकारी के मुताबिक यह पूरी तरह अल्ट्रा माडर्न मशीन होगी और इसका इंस्टालेशन फरवरी तक हो जाएगा।
प्राइवेट में हजारों की जांच
निजी अस्पतालों में लगी सीटी स्कैन मशीनों में छह से आठ हजार रुपए का शुल्क लगता है।
सरकारी मशीन में अब एक रुपए नही देना होगा।
बेली में इस समय जो मशीन लगी है उसमें केवल सिर का ही सीटी स्कैन हो पाता है।
बॉडी के बाकी हिस्से की जांच इस मशीन से नही हो पाती है।
एसआरएन अस्पताल में भी सीटी स्कैन की सरकारी मशीन लगी है लेकिन यहां पर जांच के बाद मरीजों को फिल्म नही दी जा रही है।
दूसरे इस अस्पताल में मरीजों की भीड़ इतनी ज्यादा है कि जांच के लिए कई सप्ताह मरीजों को वेट करना पड़ता है।
मजबूरन उन्हे प्राइवेट सेंटर पर जाकर जांच कराना पड़ता है।

शुरू हो गया कंस्ट्रक्शन
यह मशीन पीपीपी माडल पर लगाई जाएगी और इसका रख-रखाव और संचालन संबंधित कंपनी के कर्मचारी और टेक्नीशियन द्वारा किया जाएगा। कंपनी के कर्मचारियों ने अस्पताल में डेरा डाल लिया है और वह जल्द से जल्द सुविधा शुरू कराने की कवायद में लग गए हैं। अस्पताल के 27 नंबर कमरे में मशीन को इंस्टाल किया जाना है और इसके लिए कंस्ट्रक्शन शुरू हो गया है। बिजली विभाग को भी कनेक्शन के लिए पत्र लिखा गया है।

सरकार ने सीटी स्कैन मशीन को हरी झंडी दे दी है। इसे जल्द चालू करा दिया जाएगा। यह पीपीपी माडल पर लगाई जा रही है और जांच निशुल्क होगी। पुरानी मशीन में खराबी आ जाने से उससे पूरी जांच नही हो पा रही है।
डॉ। एमके अखौरी
अधीक्षक, बेली अस्पताल प्रयागराज