सीसैट के प्रभावित छात्रों को मिलेगा दो अतिरिक्त मौका

दिव्यांग कैंडीडेट 58 साल की उम्र में शामिल होंगे परीक्षा में

सामान्य और ओबीसी कैंडीडेट्स को मिलेगी अधिकतम दस साल नौकरी का मौका

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश की कैबिनेट ने सीसैट प्रभावितों की मुराद पूरी कर दी है। यानी 2013 में ओवरएज हो चुके कैंडीडेट्स को पीसीएस 2017 और 2018 की परीक्षा में बैठने का मौका मिल जाएगा। इससे यह भी संभव हो सकता है कि दिव्यांग कैंडीडेट जिस दिन ज्वाइन करे उसके कुछ ही दिनों बाद उसे रिटायर होना पड़ जाएगा। जनरल और ओबीसी कैटेगिरी के कैंडीटेट्स भी अधिकतम आठ से दस साल ही नौकरी कर सकेंगे। सरकार के इस फैसले का प्रतियोगी छात्रों ने स्वागत किया है।

2012 में लागू हुआ था सीसैट

बता दें कि यूपीएससी के बाद यूपीपीएससी ने 2012 में सीसैट (सिविल सर्विस एप्टीट्यूट टेस्ट) यूपीपीसीएस की परीक्षा में लागू किया था। तभी से यह मांग उठी थी कि इससे प्रभावित छात्रों को दो अतिरिक्त मौके दिए जाएं। इसके लिए प्रतियोगी छात्रों ने आंदोलन भी चलाया। इस पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरफ से प्रस्ताव पूर्व में शासन को भेजा गया लेकिन सरकार ने इसे ग्रीन सिग्नल नहीं दिया। प्रदेश में भाजपा सरकार गठित होने के बाद प्रतियोगी छात्रों ने एक बार फिर से दबाव बनाना शुरू कर दिया। सरकार भी अभ्यर्थियों को लेकर नरम हुई तो यूपीपीएससी ने एक बार फिर से एक और मौका देने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। मंगलवार को हुई कैबिनेट की मिटिंग में फैसला लिया गया कि 2013 में ओवरएज हुए कैंडीडेट्स को दो और मौके दे दिए जाएं। कैबिनेट के इस फैसले से करीब 40 हजार प्रतियोगियों को लाभ मिलने की उम्मीद है।

क्या बदला सीसैट के चलते

बता दें कि सीसैट लागू होने से पहले 2011 तक एक विषय व सामान्य अध्ययन का इम्तिहान होता था। 2012 से विषय की जगह पर सीसैट व सामान्य अध्ययन की परीक्षा होने लगी। यह व्यवस्था 2015 तक लागू रही। 2016 से इसे क्वालीफाइंग कर दिया गया। उसी समय से यूपीपीएससी में दो अतिरिक्त अवसर दिए जाने की मांग हो रही थी। तत्कालीन सरकार ने मौका देने के बजाय दूसरा रास्ता खोजा और 2014 में ही सीसैट को क्वालीफाइंग कर दिया गया। सीसैट के बाद केन्द्र सरकार ने युवाओं को दो अतिरिक्त अवसर, परीक्षा देने के मौके चार से बढ़ाकर छह और उम्र 30 से बढ़ाकर 32 कर दी थी। तब इस पर उप्र लोकसेवा आयोग का कहना था कि यह निर्णय केंद्र सरकार का है। इसमें प्रदेश सरकार निर्णय करे।

कैबिनेट की बैठक में दो अतिरिक्त अवसर दिए जाने के निर्णय का आदेश मिलने पर प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। वर्ष 2013 को ओवरएज हुए अभ्यर्थियों से आवेदन लेने के लिए अलग से विज्ञप्ति जारी की जाएगी।

-अटल कुमार राय,

सचिव उप्र लोक सेवा आयोग

भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने जताया सरकार का आभार

अतिरिक्त अवसर देने की मांग को लेकर आंदोलन करने वाले भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा ने कैबिनेट के फैसले पर खुशी जताई है। मोर्चा अध्यक्ष कौशल सिंह ने योगी सरकार को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन इसका नोटीफिकेशन जारी होगा उस दिन डेलीगेसियों में जश्न मनाया जाएगा। प्रतियोगी छात्र वागीश मिश्र, योगेंद्र सिंह, विनोद, आनंद कुमार मिश्र, सुबोध राय, अनुपम दुबे आदि ने खुशी जताई है।

अतिरिक्त मौके पर कैंडिडेट्स

2013 में ओवरएज हुये तो जनरल के प्रतियोगी 44 वर्ष के हो चुके होंगे

2013 में ओवरएज हुये ओबीसी कैंडीडेट 49 वर्ष के हो चुके होंगे

दिव्यांग कोटे के अभ्यर्थियों की पीसीएस एग्जाम में आवेदन की आयु सीमा 55 वर्ष है

वर्ष 2013 से प्रभावितों को मौका मिला तो पीसीएस 2017 में आवेदन के समय ओवरएज दिव्यांग की उम्र ही 58 साल होगी

कितने समय के लिये नौकरी?

अतिरिक्त चांस के लिए सरकार पर प्रेशर बनाने वाले अभ्यर्थी सरकार से दो मौके चाहते हैं। दरअसल, पीसीएस में सीसैट वर्ष 2012 में लागू किया गया। इसके बाद पीसीएस में आयु सीमा भी बढ़ा दी गई। बढ़ाई गई आयु सीमा जनरल के लिये 21 से 40 वर्ष और ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग के लिये 21 से 45 वर्ष तक कर दी गई। करेंट में दिव्यांग कोटे के अभ्यर्थी 55 वर्ष तक पीसीएस का एग्जाम दे सकते हैं। इससे पहले तक पीसीएस की आयु सीमा जनरल के लिये 21 से 35 वर्ष और ओबीसी, एससी व एसटी वर्ग के लिये 21 से 40 वर्ष थी।