प्रयागराज (ब्यूरो)। गांव से निकलकर शहर का हिस्सा बने विस्तारित क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति जागरूकता का अभाव है। उन इलाकों के लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम जल्द ही स्वच्छता की ट्रेन चलाएगा। प्लान के तहत एक-एक वार्ड में लोगों अवेयरनेस अभियान चलाने के लिए टीमें गठित की जाएंगी। महिला और पुरुष दो हिस्सों में बंटी हुई टीमें घर-घर जाकर सफाई के स्मार्ट तरीकों का ज्ञान देंगी। खासकर महिलाओं टीम वहां रहने वाली महिलाओं को जागरूक करने पर विशेष फोकस करेंगी। माना जा रहा है कि महिलाएं अवेयर हो गईं तो घर के दूसरे लोग व बच्चे स्वयं स्वच्छता के प्रति संजीदा हो जाएंगे।
महिलाओं के मोटीवेशन पर होगा जोर
नगर निगम का एरिया वर्ष 2022 से पूर्व महज 80 वार्डों तक सीमित था। बढ़ती आबादी और घटती शहरी क्षेत्र की जमीन धीरे-धीरे हर किसी के लिए चिंता का विषय बन गई। शहर में डेवलपमेंट से लेकर आवासीय जैसे प्लान भी बंडल में बंधते जा रहे थे। वक्त की नजाकत को देखते हुए देखते हुए शहर के विस्तार को लेकर सरकार गंभीर हुई। शासन के पहल पर नगर निगम की सीमा को विस्तार देने का प्लान गठित किया गया। वह वक्त भी आ गया जब सीमा विस्तार पर सरकार की मोहर लग गई। इसके बाद गांव का हिस्सा रहे करीब 96 गांवों को काटकर शहर में मर्ज कर दिया गया। परिसीमन आदि के बाद नगर निगम से जुड़े इन गांवों में कुल 20 नए वार्ड बढ़ाए गए थे। इस तरह बढ़े हुए इन 20 नए वार्डों को जोड़कर मौजूदा समय में नगर निगम एरिया में वार्डों की संख्या सतक यानी 100 पूर्ण हो गई। अब इन बीस नए वार्डों में डेवलपमेंट का प्लान काफी तेजी से रन कर रहा है। हाल ही में इस विस्तारित एरिया के बीस वार्डों में स्वच्छता जागरूकता अभियान का प्लान तैयार किया गया है। क्योंकि गांव का हिस्सा रहे इन वार्डों में रहने वाले लोगों में स्वच्छता को लेकर अवेयरनेस का अभाव माना जा रहा है। इस लिए महिला और पुरुष की दो टीमें बनाई जाएंगी। इसके बाद यह टीमें अलग-अलग वार्डों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का काम करेंगी। वूमेन टीम की सदस्य उन वार्डों में महिलाओं तो जेंस टीम के मेंबर्स वहां पुरुषों को जागरूक करने का काम करेंगे। यह अभियान सिर्फ एक या दो दिन का नहीं बल्कि पूरे महीने तक चलेगा। इसके बावजूद वहां जागरूकता की और जरूरत पड़ी तो नगर निगम समय सीमा बढ़ा भी सकता है।
इनके पालन के लिए करेंगे प्रेरित
कूड़े को गांव की तरह किसी एक जगह यानी घूर जैसे नहीं फेंके, क्षेत्र में जाने वाली कूड़ा गाड़ी को रोज सुबह घर का कचरा दें।
बताया यह भी जाएगा कि महिला हों या पुरुष गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखें, ताकि कलेक्ट हो सके।
घर की महिलाओं को टीमें बताएंगी कि वह पुरुषों व बच्चों को भी स्वच्छता पर ध्यान देने के लिए टोकें और प्रेरित करती रहें।
रोड पर कूड़ा फेकने वालों को एक शहरी होने के नाते टोंके और डस्टबिन में ही कूड़ा डालने के लिए खुद भी जागरूक करें।
वार्ड में एक स्वच्छता के प्रति एक कल्चर डेवलप करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए जागरूकता अभियान का प्लान बनाया गया है। वार्ड में स्वच्छता होगी तो देखने में भी अच्छा लगेगा और मच्छर जनित बीमारियां भी कम होंगी। टीम फाइलन होते ही अभियान शुरू किया जाएगा।
डॉ। अभिषेक सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी