कैट की बैठक में व्यापारियों को लेस कैश सिस्टम अपनाने की दी गई सलाह

ALLAHABAD: कॅनफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स की बैठक मंगलवार को लूकरगंज स्थित कार्यालय पर हुई। इसमें बैंकों में आए दिन हो रही बंदी से व्यापार पर हो रहे प्रभाव पर चिंता व्यक्त की गई।

चेक बाउंस का होता है खतरा

कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था एवं विकास की रफ्तार में बैंकिंग व्यवस्था का अहम रोल है। दो वर्ष पूर्व यह स्थिति थी की सरकारी दफ्तरों के बनिस्पत बैंक कर्मचारी छुट्टी के लिए तरसते थे। वर्तमान में यह परिस्थिति उत्पन्न हो गई है कि प्रत्येक माह छह दिन तो छुट्टी तय है। इसके अलावा त्योहार व अन्य कारणों से चार-पांच दिन की छुट्टी अलग है। बिना नगद व्यापार नहीं हो पाता है। यदि चेक ले लो तो बाउंस हो जाने पर पूंजी फंसने का डर बना रहता है।

डिजीटल ट्रांजेक्शन पर ध्यान दें

अशोक ब्रिटानिया ने कहा कि इन परिस्थितियों में व्यापारी को डिजीटल ट्रांजेक्शन की तरफ ध्यान देना होगा। अपने व्यापार को लेस कैश सिस्टम अपनाकर कैशलेस की ओर ले जाना होगा। कैट द्वारा पे लाला एप को लांच किया गया है। यह व्यापारियों के लिए व्यापारी द्वारा बनाया गया एप है। अजय अवस्थी ने कहा कि रिजर्व बैंक को बैंकों में ई-लॉबी की सुविधा को बढ़ाना चाहिए। बैंकों द्वारा नगद जमा करने वाले एटीएम की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। मीटिंग में आशुतोष गोयल, अजय अवस्थी, विभू अग्रवाल, पियुष, अजय अग्रवाल, अजय गुप्ता, राकेश मित्तल, तुलसीदास, असित कपूर, अनुपम अग्रवाल, सत्यम गोयल, विक्कू, अनिल, गोविंद अग्रवाल, किशन केसरवानी, नीरज गोयल, प्रफुल्ल मित्तल, अनूप जायसवाल, रवि केसरवानी आदि मौजूद रहे।