प्रयागराज (ब्यूरो)। पेपर लीक होने से लेकर सॉल्वर गैंग के एक्टिव होने और गिरफ्तारी का मामला लगभग हर परीक्षा में सामने आया है। पिछले पांच सालों में सूबे में हुई परीक्षाओं में गड़बड़ी बात करें, तो उसमें लोक सेवा आयोग की जीआईसी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 से लेकर पिछले दिनों सूबे के एडेड जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती परीक्षा तक में पेपर लीक होने का प्रकरण सामने आ चुका है। हालांकि इन मामलों में पुलिस की ओर से कार्रवाई करते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उनकी गिरफ्तारी भी हुई है। पिछले पांच सालों में प्रमुख परीक्षाओं और उसमें हुई कार्रवाई इस बात की गवाह है। हालांकि सूबे की सरकार लगातार नकल विहीन परीक्षाएं कराने का दावा करती है। जबकि प्रतियोगियों की माने तो पिछले पांच सालों में शायद ही कोई ऐसी परीक्षा रहीं हो, जो बिना विवादों के पूरी हुई हो।

इनसे जुड़ा रहा विवाद
- लोक सेवा आयोग की आरओ/एआरओ 2016 का विज्ञापन 2016 में जारी हुआ था। लेकिन लिखित परीक्षा के दौरान पर्चा लीक हो गया। जिसके बाद परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी।
- जीआईसी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 में भी वाराणसी से पर्चा लीक होने का मामला सामने आया था। जिसके बाद एसटीएफ वाराणसी ने कार्रवाई करते हुए लोक सेवा आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजू कटियार को गिरफ्तार किया था। मामले में परीक्षा का प्रश्नपत्र छापने वाली प्रिंटिंग प्रेस कौशिक कुमार कर पर भी कार्रवाई हुई थी।

- प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षक भर्ती के मूल्यांकन में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। जिसके बाद तत्कालीन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी सुत्ता सिंह को निलंबित कर दिया गया था।
- 69000 शिक्षक भर्ती में भी पेपर लीक हुआ था। इसमें एसटीएफ व पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था। हालांकि ये भर्ती भी पूरी कर ली गई।
- सूबे के एडेड जूनियर हाईस्कूल में पिछले दिनों परीक्षा के दौरान सिटी के केएन काटजू इंटर कालेज के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल द्वारा पर्चा आउट होने का मामला प्रकाश में आया था। जिसमें पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि परीक्षा कैंसिल नहीं की गई। पिछले दिनों ही उसका रिजल्ट भी जारी कर दिया गया।