संकाय और विभागाध्यक्षों के साथ मिटिंग में शामिल हुई वीसी ने दी आयोजन को मंजूरी

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) का दीक्षा समारोह और स्थापना दिवस एक साथ 23 सितंबर को मनाया जाएगा। यह अहम निर्णय गुरुवार को नार्थ हाल में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने सभी संकायों और विभागों के अध्यक्ष तथा सभी सेंटर के निदेशक के साथ हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया। तकरीबन एक घंटे तक चली बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों में तेजी लाने के भी निर्देश दिए गए।

जल्द तैयार होगी मेडलिस्ट की लिस्ट

इविवि की जनसंपर्क अधिकारी डाक्टर जया कपूर ने बताया कि पदकवीरों की सूची जल्द तैयार कर ली जाएगी। इसके अलावा जल्द ही मुख्य अतिथि के नाम पर भी अंतिम मुहर लग जाएगी। हालांकि, अभी यह तय नहीं हो सका कि समारोह आनलाइन मोड में होगा अथवा आफलाइन मोड में होगा। फिलहाल इविवि प्रशासन कोविड गाइडलाइन के अनुपालन के साथ आफलाइन मोड में समारोह आयोजित कराने की तैयारी में है। बाकी परिस्थितियों के अनुरूप फैसला लिया जाएगा। बैठक में सभी विभागाध्यक्षों को विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ ममोरंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) के लिए भी प्रोत्साहित किया गया। कुलपति ने बैठक में अपनी मंशा जाहिर करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को अकादमिक स्तर पर वैश्विक पटल पर अलग पहचान दिलाना है, जिससे यह शिक्षण एवं शोध संस्थानों की अग्रिम पंक्ति में पहुंच सके। इसके लिए विभागाध्यक्षों से कहा गया कि वह अगले दस साल के विजन प्लान (भावी योजना) का प्रारूप तैयार करें। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो कुलपति के निर्देशन में कार्य करेगी। डीन शोध एवं विकास प्रो। एसआइ रिजवी अन्य सदस्यों के नाम प्रस्तावित करेंगे। सभी विभागाध्यक्षों से यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सभी शिक्षक नियमित तौर पर विभाग से आनलाइन कक्षाएं लें। यदि किसी विभाग में देखरेख के कार्य की आवश्यकता है तो विभागाध्यक्ष से यह भी सूचित करने को कहा गया है।

प्रो। खेत्रपाल को दी श्रद्धांजलि

नार्थ हाल में बैठक के दौरान इविवि के पूर्व कुलपति प्रो। सीएल खेत्रपाल के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। वह वर्ष 1998 से 2001 तक कुलपति रहे। कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि प्रो। खेत्रपाल सुविख्यात वैज्ञानिक एवं विद्वान व्यक्ति थे। उनके समय में विश्वविद्यालय में कई अच्छे शोध संस्थान व कोर्स शुरू हुए। उन्हें एसएस भटनागर पुरस्कार सहित कई अन्य पुरस्कार मिले हैं।