-शहर में लगातार बढ़ रही है कोरोना केसेज की संख्या

-गांव में घट रहा है कोरोना का ग्राफ, श्रमिकों के पलायन से हुई है प्राब्लम

PRAYAGRAJ: कभी शहर से गांव में कोरोना फैलने का डर सता रहा था लेकिन अब मामला उलटा हो गया है। अब कोरोना गांव से शहर की ओर चल चुका है। इसके चलते शहरी एरिया में तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि इन मरीजों की कोई हिस्ट्री भी नहीं मिल रही है। यह कहीं न कहीं भविष्य की गंभीर स्थिति की ओर इशारा कर रही है।

रोजाना 60 से 70 फीसदी मामले

जिस गति से केसेज की संख्या बढ़ रही है उसी रफ्तार से शहरी मामले भी बढ़ रहे हैं। अप्रैल और मई में आने वाले कुल मामलों में 60 से 70 फीसदी मामले गांव के होते थे। लेकिन अब यह आंकड़ा पलट चुका है। 15 जून के बाद से आने वाले मामलों में यह प्रतिशत शहरी मरीजों का होता जा रहा है। जबकि गांव के मामलों की दर तेजी से कम हो रही है। अगर यही हालात रहे तो शहर में लोगों को घर से निकलने में कई बार सोचना पड़ सकता है।

नहीं हुआ क्वारंटीन पीरियड का पालन?

जिस तरह से शहर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। लेकिन सबसे अहम कारण दिल्ली, मुंबई आदि शहरों से आने वालों का क्वारंटीन के नियमों का पालन नहीं करना है। गांव में आने वाले बिना नियम का पालन किए शहर में पहुंच रहे हैं। इसी तरह शहरी एरिया में आने वाले भी दूसरों के बीच आवाजाही कायम रखे हुए हैं। यही वजह है कि कोरोना के मामलों में बढ़त बनी हुई है।

गली-गली पहुंच रहा संक्रमण

ऐसा नहीं है कि संक्रमण केवल सड़कों तक ही सीमित है। यह शहर की तंग गलियों में भी अपनी पैठ बना रहा है। कई मामले ऐसे ही घने इलाकों से सामने आए हैं। शाहगंज, कटरा, बहादुरगंज, झूंसी, नैनी, करेली आदि एरिया से आए संक्रमित इसका बड़ा उदाहरण हैं। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से कांटैक्ट में आने पर खुद को उससे दूर रखना जरूरी है। आमतौर पर लोग इसे नजरअंदाज कर रहे हैं।

महिलाएं अधिक लापरवाह

अभी तक सामने आए मामलों में एक और तथ्य सामने आया है। महिलाएं अधिक लापरवाह साबित हुई हैं। घर से बाहर निकलते समय वह मास्क का कम यूज करती हैं। किसी अजनबी के कांटैक्ट में आने के दौरान वह मास्क को अवॉयड करती हैं। मार्केट में भी महिलाओं को बिना मास्क देखा जा रहा है। यही वजह है कि संक्रमितों में पुरुषों और महिलाओं की भागीदारी लगभग बराबरी पर पहुंच रही है।

अनलॉक में हुए बेपरवाह

गुरुवार तक जिले में कोरोना केमामलों की संख्या 296 पहुंच चुकी थी। जिस तेजी से केसेज आ रहे हैं, उनको देखकर नहीं लग रहा कि भविष्य में संक्रमण की रफ्तार पर जल्दी रोक लगाई जा सकेगी। अनलॉक वन में केसेज की संख्या दो से तीन गुनी रफ्तार में बढ़ी है। अब माना जा रहा है कि अनलॉक टू में अधिक छूट मिलने के बाद संक्रमण का दायरा भी बढ़ेगा। अगर यही हाल रहा तो कम्यूनिटी स्प्रेड का खतरा भी बढ़ सकता है।

पता नहीं चल रही वजह

शहर में मिल रहे मामलों में संक्रमण का कारण सामने नहीं आ रहे हैं। लाख पूछताछ के बाद भी अधिकारी किसी नतीजे पर नही पहुंच पा रहे हैं। अभी तक लगभग पचास फीसदी शहरी मामलों में हिस्ट्री अननोन है। अधिकारियों का कहना है कि अब लोगों को अधिक अलर्ट रहने की जरूरत है।

प्रॉपर वे में क्वारंटीन पीरियड का पालन कराया गया है। लेकिन कहीं न कहीं लोगों से लापरवाही हुई है। ऐसे में अब शहर के लोगों को होशियारी बरतनी होगी। मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के पालन से हम संक्रमित होने से बच सकते हैं। भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना होगा।

-डॉ। ऋषि सहाय, नोडल कोविड 19