प्रयागराज (ब्यूरो)। मकर संक्रांति पर्व पर माघ मेला क्षेत्र में पहुंचे लाखों लोगों के शरीर के तापमान की जांच ऊंट के मुंह में जीरा के समान रही। प्रवेश मार्गों पर टीमें श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैन मशीन से जांच करती रहीं लेकिन सभी जांच स्थलों पर लगाए गए तीन या चार कर्मचारी भीड़ के आगे 'अदनाÓ रहे। उनमें यह परखने की क्षमता भी नहीं रही कि श्रद्धालुओं के हुजूम में कौन बीमार है और कौन स्वस्थ। कोरोना की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी केवल कागजी खानापूर्ति कर रहे हैं। कोरोना इन दिनों तूफानी रफ्तार से फैल रहा है। शहर ही नहीं माघ मेला क्षेत्र में भी दर्जनों लोग अब तक संकमित मिल चुके हैं। लाखों लोगों के जमघट से मेला क्षेत्र पर कोरोना के फैलाव का खतरा मंडरा रहा है और इस मेले की सुरक्षा स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाने के लिए नोडल अधिकारी डा। ऋषि सहाय के निर्देशन में सभी 15 प्रवेश मार्ग पर टीमें लगा दी गईं। कर्मचारियों को थर्मल स्कैन मशीन पकड़ा कर अधिकारी किनारे हट गए और श्रद्धालुओं के शरीर के तापमान की जांच मनमर्जी से होती रही और जो थर्मल स्कैन मशीन से परहेज कर मेला क्षेत्र में घुसते रहे उनके लिए किसी प्रकार की कड़ाई भी नहीं रही।