-रविवार को तबियत बिगड़ने पर भेजा गया था एसआरएन

PRAYAGRAJ: सेंट्रल जेल में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे वृद्ध बंदी की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई। वह पिछले दो सप्ताह से जेल अस्पताल के सामान्य वार्ड में भर्ती था। रविवार को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे एसआरएन में भर्ती कराया गया था।

2015 में बांदा जेल से आया था

बांदा जिले के कमसिन थाना अंतर्गत जामू गांव निवासी भइया लाल 70 पुत्र झींगा यादव 2003 में हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसे 14 फरवरी 2015 को बांदा जेल से नैनी सेंट्रल जेल लाया गया था। दो जुलाई को तबियत खराब होने पर उसे जेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। पिछले शनिवार को जब उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो उसका कोरोना टेस्ट कराया गया था। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रविवार को उसे एसआरएन हॉस्पिटल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।

अन्य बंदियों में डर

एसआरएन में इलाज के दौरान बंदी की मौत की सूचना जैसे ही नैनी जेल पहुंची वहां खलबली मच गई। उसकी मौत की खबर सुनकर जेल अस्पताल के उस वार्ड में भर्ती बंदियों में डर समा गय है। हालांकि वार्ड को सैनिटाइज कराते हुए अन्य बंदियों की कोरोना जांच करवाई गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय का कहना है कि भइया लाल अन्य बीमारी से भी ग्रस्त था।

एसआरएन जाने से पूर्व बंदी जेल अस्पताल के जिस वार्ड में एडमिट था उसे सेनेटाइज करा दिया गया है। मृत बंदी कोरोना के साथ कई अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त था।

-पीएन पांडेय,

वरिष्ठ जेल अधीक्षक