बड़ा बेटा था धर्मेन्द्र 
रमेश सिंह धूमनगंज झलवा के शाहपुर के रहने वाले हैं। उनके चार बेटों जीतेन्द्र, सोनू, अमन व धर्मेन्द्र में धर्मेन्द्र बड़ा बेटा था। करीब 9 माह पहले 2012 में धर्मेन्द्र की धूमधाम से शादी हुई थी। उसकी शादी शाहपुर की रहने वाली मीना उर्फ हीरामणी के साथ हुई थी. 

फांसी पर लटके मिले
शादी के बाद धर्मेन्द्र अपने मकान के सेकेंड फ्लोर पर शिफ्ट हो गया था। हसबैंड-वाइफ उसी कमरे में रहते थे। सब कुछ सामान्य चल रहा था। मंडे की दोहपर धर्मेन्द्र की छोटी साली   संजना उन्हें खाना देने गई। कमरा अंदर से बंद था। उसने कई बार आवाज लगाई, लेकिन उधर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। उसकी आवाज सुनकर धर्मेन्द्र का छोटा भाई जीतेन्द्र भी वहां पहुंच गया। उसने भी दरवाजा नॉक किया लेकिन फिर भी कोई असर नहीं पड़ा। उसने खिड़की के पास लगे कूलर को हटाया और कमरे देखा तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। कमरे में दोनों फांसी के फंदे पर लटक रहे थे.

एक ही साड़ी से लगाई थी फांसी
जीतेन्द्र ने इसकी जानकारी अपने फैमिली मेम्बर्स को दी। किसी तरह दरवाजा खोल कर फैमिली मेंबर्स अंदर गए तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए। कमरे में पंखे के चुल्ले में एक ही साड़ी से धर्मेन्द्र और मीना फांसी पर लटक रहे थे। यह देख सभी चीख पड़े। उन्होंने तत्काल ही धर्मेन्द्र के ससुराल में इस घटना की जानकारी दी और धूमनगंज पुलिस को भी बुला लिया. 

सभी खामोश 
 धूमनगंज पुलिस मौके पर पहुंची और फांसी के फंदे से दोनों को नीचे उतारा गया। कमरे में न तो कोई सुसाइड नोट मिला और ना ही ऐसा कोई प्रमाण जिससे सुसाइड का कारण स्पष्ट हो सके। फैमिली मेम्बर्स भी खामोश थे। कोई भी नहीं समझ पा रहा था कि आखिर दोनों ने ऐसा क्यों किया. 

कुछ बात तो है.
धूमनगंज एसओ धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन इतना जरूर लग रहा है कि फैमिली प्रॉब्लम से तंग आकर ही दोनों ने सुसाइड किया है। कुछ बात तो हुई है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से दोनों अलग हो गए थे। कमरे में ही अलग खाना बना रहे थे। जबकि नीचे पैरेंट्स और भाइयों का अलग खाना बनता था। धर्मेन्द्र के पास कोई अच्छी जॉब नहीं थी। इकोनॉमिकल प्रॉब्लम भी सुसाइड की वजह हो सकती है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

वो दर्दनाक घटना भी भूले नहीं
ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब कोई हसबैंड वाइफ ने साथ में सुसाइड किया हो। कुछ साल पहले सरायइनायत पुलिस स्टेशन के पीछे रेलवे ट्रैक पर हसबैंड वाइफ ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ सामूहिक सुसाइड किया था। दोनों अपने बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर लेट गए थे। उस घटना के पीछे भाई से संपत्ति का विवाद प्रकाश में आया था. 

बड़ा बेटा था धर्मेन्द्र 

रमेश सिंह धूमनगंज झलवा के शाहपुर के रहने वाले हैं। उनके चार बेटों जीतेन्द्र, सोनू, अमन व धर्मेन्द्र में धर्मेन्द्र बड़ा बेटा था। करीब 9 माह पहले 2012 में धर्मेन्द्र की धूमधाम से शादी हुई थी। उसकी शादी शाहपुर की रहने वाली मीना उर्फ हीरामणी के साथ हुई थी. 

फांसी पर लटके मिले

शादी के बाद धर्मेन्द्र अपने मकान के सेकेंड फ्लोर पर शिफ्ट हो गया था। हसबैंड-वाइफ उसी कमरे में रहते थे। सब कुछ सामान्य चल रहा था। मंडे की दोहपर धर्मेन्द्र की छोटी साली   संजना उन्हें खाना देने गई। कमरा अंदर से बंद था। उसने कई बार आवाज लगाई, लेकिन उधर से कोई रिस्पांस नहीं मिला। उसकी आवाज सुनकर धर्मेन्द्र का छोटा भाई जीतेन्द्र भी वहां पहुंच गया। उसने भी दरवाजा नॉक किया लेकिन फिर भी कोई असर नहीं पड़ा। उसने खिड़की के पास लगे कूलर को हटाया और कमरे देखा तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। कमरे में दोनों फांसी के फंदे पर लटक रहे थे।

एक ही साड़ी से लगाई थी फांसी

जीतेन्द्र ने इसकी जानकारी अपने फैमिली मेम्बर्स को दी। किसी तरह दरवाजा खोल कर फैमिली मेंबर्स अंदर गए तो वहां का नजारा देखकर दंग रह गए। कमरे में पंखे के चुल्ले में एक ही साड़ी से धर्मेन्द्र और मीना फांसी पर लटक रहे थे। यह देख सभी चीख पड़े। उन्होंने तत्काल ही धर्मेन्द्र के ससुराल में इस घटना की जानकारी दी और धूमनगंज पुलिस को भी बुला लिया. 

सभी खामोश 

 धूमनगंज पुलिस मौके पर पहुंची और फांसी के फंदे से दोनों को नीचे उतारा गया। कमरे में न तो कोई सुसाइड नोट मिला और ना ही ऐसा कोई प्रमाण जिससे सुसाइड का कारण स्पष्ट हो सके। फैमिली मेम्बर्स भी खामोश थे। कोई भी नहीं समझ पा रहा था कि आखिर दोनों ने ऐसा क्यों किया. 

कुछ बात तो है.

धूमनगंज एसओ धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन इतना जरूर लग रहा है कि फैमिली प्रॉब्लम से तंग आकर ही दोनों ने सुसाइड किया है। कुछ बात तो हुई है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से दोनों अलग हो गए थे। कमरे में ही अलग खाना बना रहे थे। जबकि नीचे पैरेंट्स और भाइयों का अलग खाना बनता था। धर्मेन्द्र के पास कोई अच्छी जॉब नहीं थी। इकोनॉमिकल प्रॉब्लम भी सुसाइड की वजह हो सकती है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

वो दर्दनाक घटना भी भूले नहीं

ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब कोई हसबैंड वाइफ ने साथ में सुसाइड किया हो। कुछ साल पहले सरायइनायत पुलिस स्टेशन के पीछे रेलवे ट्रैक पर हसबैंड वाइफ ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ सामूहिक सुसाइड किया था। दोनों अपने बच्चों को लेकर रेलवे ट्रैक पर लेट गए थे। उस घटना के पीछे भाई से संपत्ति का विवाद प्रकाश में आया था.