एग्जाम्पल एक

मुट्ठीगंज में गुरुवार को एसिड अटैक हुआ। जमीन के विवाद को लेकर हुई घटना में तीन लोग एसिड से झुलस गये थे।

एग्जाम्पल दो

शिवकुटी में शुक्रवार की रात करीब आठ बजे पुलिस टीम पर एसिड अटैक किया गया। इसमें दो एसआई समेत पांच लोग झुलस गये। इसमें से दो ज्यादा झुलसे हैं।

लगातार दो दिन हुई एसिड अटैक की घटनाएं, पांच पुलिसकर्मी भी हुए इसका शिकार

PRAYAGRAJ: अटैक की बढ़ती घटनाओं को लेकर कोर्ट और सरकार भले ही संवेदनशील हों, लेकिन इसकी बिक्री रोकने में इनवाल्व की गई मशीनरी बेफिक्र है। नतीजा शहर में इसे खुलेआम परचून की दुकानों से बेचा जा रहा है। अकेले सिटी में दो दिन के भीतर एसिड अटैक की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसमें पांच पुलिसवालों समेत कुल एक दर्जन लोग झुलसे हैं। इसके बाद भी सिस्टम की नींद नहीं खुली है। लगातार दो दिन घटनाएं होने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शनिवार को स्टिंग करके इसकी बिक्री की स्थिति जानी।

डिमांड करते ही हुआ हाजिर

शुक्रवार को शिवकुटी थाना एरिया में पुलिस टीम पर एसिड अटैक किया गया था। रिपोर्टर ने इसी थाना क्षेत्र के रसूलाबाद एरिया से शुरुआत की। मिश्रा जनरल स्टोर पर डिमांड करते ही शीशे की बोतल में भरी एसिड दुकानदार ने पकड़ा दी। 500 एमएल की इस बोलत की कीमत उसने 35 रुपए डिमांड की। रिपोर्टर ने फोटो खींचना शुरू किया तो दुकानदार सकपका गया। सवाल किया फोटो क्यों खींच रहे हैं? कारण बताने पर जवाब मिला मेरी व मेरे दुकान की फोटो मत छापिएगा। जब कंपनिया बेचती हैं तो हम कौन सा गुनाह कर रहे हैं। यहां से वह रसूलाबाद ढाल स्थित सुरेश की दुकान पहुंचा। यहां भी एक बार मांगने पर 500 एमएल एसिड की बोतल मिल गयी। यहां बोतल पर 37 रुपये प्रिंट होने के बाद भी दुकानदार ने 70 रुपए मांगे। इतना ज्यादा क्यों ले रहे हो? का जवाब मिला, एक तो जल्दी कहीं मिलता नहीं। दूसरे अनजान व्यक्तियों को देने पर रोक है। दूना पैसा रिस्क लेने का ले रहा हूं।

मैं अकेले थोड़े रखता हूं

इसके बाद रिपोर्टर पॉश एरिया नवाब यूसुफ रोड पहुंचा। बैट्री बनाने वाले नाटे बाबा से कस्टमर बनकर पूछा एसिड मिलेगा क्या। जवाब मिला, बाइक की बैट्री में एसिड डलवाने के 50 रुपए लगेंगे। रिपोर्टर ने सवाल किया कि क्या एसिड उपलब्ध है? उसने कहा हां। लाइसेंस के सवाल पर कहा उल्टे सवाल आया, तुमसे क्या मतलब। अपना काम करो और चलते बनो। सभी बैट्री वाले के पास एसिड मिलेगा। मैं अकेले थोड़े रखा हूं।

बाक्स

एसिड बेचने के लिए तय किये गये रुल्स

बगैर लाइसेंस के इसकी बिक्री नहीं हो सकती। लाइसेंस के लिए डीएम व एडीशन को एप्लीकेशन देनी होगी

इसमें बिक्री का परपज बताना होगा, शॉप की डिटेल आदि के साथ जहां से माल मंगवाया जाएगा उसकी डिटेल भी देनी होगी

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शासन की तरफ से निधारित मानकों को पूरा करने पर ही इसका लाइसेंस निर्गत किया जाता है

नियमावली, 2014 के प्रावधानों का कड़ाई से पालन अनिवार्य है

इसके तहत सभी विक्रेताओं को 15 दिन पर स्टॉक रिपोर्ट अपडेट करनी होती है

हर माह की सात तारीख को एसिड की जांच रिपोर्ट राज्य के गृह मंत्रालय को भेजी जाती है

हर किसी को आसानी से नहीं मिलता

एसिड अटैक की घटनाओं को देखते हुए सरकार ने स्टाक चेकिंग का आदेश दिया है

नियम है कि एसिड खरीदने वाले का पूरा डिटेल दुकानदार अपने पास रखेगा

मसलन हर खरीदार का डिटेल रजिस्टर पर नोट किया जाएगा

इसके सपोर्ट में उसने आधार कार्ड, पैन कार्ड या फोटोयुक्त एड्रेस प्रूफ दुकानदार को सब्मिट करना होगा

जिले में कितनी दुकानों को एसिड बेचने का लाइसेंस दिया गया है अभी यह बता पाना मुश्किल है। कुछ माह पूर्व सभी एसडीएम को सर्वे के निर्देश दिए गए थे। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

विजयशंकर दुबे,

एडीएम प्रशासन

एसिड रखने या दुकान से बेचने का लाइसेंस जिला प्रशासन जारी करता है। इसलिए कार्रवाई का अधिकार भी उन्हें ही है। पुलिस, प्रशासन के निर्देश पर ही कार्रवाई कर सकती है। वह भी लाइसेंस होल्डर की सूची मिलने के बाद।

-अतुल शर्मा,

एसएसपी प्रयागराज