फतेहपुर में तैनात सिपाही के बेटे व उसके साथी को पुलिस ने दबोचा

प्रेमिका व खुद के महंगे शौक पर खर्च करते थे लूट व छिनैती का पैसा

PRAYAGRAJ: गांव से पढ़ने के लिए आए सिपाही के बेटे व उसके साथी पर माशूका और महंगे शौक का ऐसा नशा चढ़ा कि भूल गये कि यहां आने का मकसद क्या है। वह छिनैती व लूट करने लगे। भटके कदम अपराध की दुनिया में बढ़े तो कई साथी मिल गए। फिर क्या, यह साथ एक गैंग के रूप में काम करने लगे। इस गैंग में एक दो को छोड़ सभी छात्र हैं। लूट व छिनैती से मिले पैसों को वह अपने महंगे शौक और प्रेमिका पर खर्च करते हैं। क्षेत्र में लोगों का राह चुना दुश्वार करने वाले दो शातिरों को नैनी पुलिस ने पकड़ा तो चौंकाने वाले यह तथ्य सामने आया। इनके पास से मिली बाइक भी चोरी की निकली।

चोरी की बाइक भी बरामद

घूरपुर के सरंगापुर निवासी रविशंकर तिवारी फतेहपुर में डॉयल 100 विंग में सिपाही हैं। उनका बेटा उज्ज्वल तिवारी इंटर की पढ़ाई करने के लिए गांव से नैनी आ गया। नैनी एडीए कॉलोनी में वह किराए पर रहने लगा। यहां धीरे-धीरे उसके कदम स्कूल से बहक गए और अपराधी की दुनिया में जा पहुंचे। वह नैनी से लेकर औद्योगिक एरिया के बीच छिनैती व लूट की घटनाओं को अंजाम देने लगा। इस बीच उसे नागेंद्र यादव पुत्र संजीव यादव निवासी आंधी थाना मांडा मिल गया। नागेंद्र अभी नाबालिग हैं। एसपी यमुनापार दीपेन्द्रनाथ चौधरी ने बताया कि वह भी शहर पढ़ने ही आया था। दोनों मिल कर लोगों से लूट व छिनैती करने लगे। एक दो माह के अंदर कई घटनाओं को अंजाम दिए। मुखबिर की सूचना पर बंधवा मोड़ से नैनी इंस्पेक्टर विनोद कुमर सिंह की टीम ने दोनों को दबोच लिया। इनके कब्जे से पुलिस को लोगों से छीने गए छह मोबाइल, 26 हजार 500 रुपए नकद, एक चोरी की बाइक मिली है। दोनों बताया कि गैंग में छह और लड़के हैं। इनमें चार पढ़ाई करते हैं। पुलिस अब उनकी भी तलाश शुरू कर दी है।