- कोलकाता से नहीं आ पा रहे मूर्तिकार

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PRAYAGRAJ:

कोरोना संक्रमण का असर इस बार दुर्गा पूजा पर भी पड़ सकता है। जुलाई माह में जहां बुकिंग के साथ ही दुर्गा प्रतिमाओं के निर्माण का सिलसिला शुरू हो जाता है, वहीं अभी तक मूर्तिकारों के न आने और कोलकाता में ही फंसे होने के कारण दुर्गा पूजा कमेटियों के पदाधिकारी चिंतित हैं।

कोलकाता में बढ़ा लॉकडाउन, नहीं चल रही ट्रेनें

बंगाली वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव डाक्टर पीके राय ने बताया कि जिस तरह से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। उससे फिलहाल यही लग रहा है कि इस बार दुर्गा पूजा महोत्सव पहले की तरह शायद ही हो पाये, क्योंकि कोलकाता में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। जिसकी वजह से मूर्ति बनाने वाले कलाकार नहीं आ पा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के अलग-अलग शहरों से ही बड़ी संख्या में मूर्ति कारीगर पूरे उत्तर प्रदेश और बिहार में आते हैं, जो मूर्तियां बनाते हैं। कुमार तूली कोलकाता में जहां दुर्गा मूर्तियां वृहद रूप में बनाई जाती हैं, वहां पर भी मूर्ति कारीगरों का जाना बंद है।

मूर्तिकार नहीं आए तो नहीं बन पाएंगी प्रतिमाएं

डॉक्टर पीके राय ने कहा कि प्रयागराज में मूर्ति शिल्पकार जॉय मुखर्जी के साथ बात-चीत से पता चला है कि मूर्ति के अधिकांश कारीगर बंगाल से आते हैं और चूंकि ट्रेन के आवागमन पर रोक है इस कारण अन्य कारीगर प्रयागराज नहीं पहुंच पाए है और मूर्तियों के निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। अगर अगस्त तक ट्रेनों का संचालन और कोलकाता से लॉक डाउन खत्म नहीं होता है तो दुर्गा प्रतिमाओं का बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य नहीं हो सकेगा। वहीं इलाहाबाद दुर्गा पूजा समिति के अगुवाई में संक्रमण को ध्यान में रख कर सभी दुर्गा पूजा कमेटी के लिए गाइडलाइन तैयार किया जा रहा है।