प्रयागराज (ब्‍यूरो)। डीसीएफ खेती को बिजनेस मॉडल बनाने की तैयारी में है। इसके लिए डीसीएफ युवा उद्यमियों को जोडऩे की कवायद जल्द ही शुरू करेगा। खेती से लाभ में इजाफा कैसे हो इस पर भी मंथन शुरू कर दिया गया है। फलों और सब्जियों को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि यूथ को खेती के बिजनेस से जोड़ा जा सके।

बोर्ड मीटिंग में लिए गए फैसले
डीसीएफ एक्टिव होने की तैयारी में है। इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है। मंगलवार को डीसीएफ की बोर्ड मीटिंग में अध्यक्ष अजय पांडेय ने कहा कि यूथ को जोडऩा आज की जरुरत है। खेती को बिजनेस मॉडल बनाने पर जोर देते हुए अध्यक्ष ने कहा कि प्रयागराज जिले के कई हिस्से में सब्जी और फलों की खेती होती है। सब्जी और फलों को संरक्षित करने के लिए डीसीएफ अपने बंद हो चुके कोल्ड स्टोरेज शुरू करेगा। साथ ही नए कोल्ड स्टोरेज की चेन तैयार करेगा। ताकि सब्जी और फलों के कारोबार से जुडऩे वाले युवा उद्यमियों को मदद मिल सके। साथ ही यूथ को खेती बिजनेस मॉडल बनाने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बोर्ड की बैठक में निदेशक विजय पटेल, धरणीधर, गिरजेश शास्त्री, चंद्रशेखर ओझा, प्रमोद पांडेय, अरुण सिंह, अभिषेक सिंह, खड़क सिंह, बृजभूषण, अजीत पांडेय ने भी अपने विचार साझा किए।

डीसीएफ का प्रयास है कि खेती को बिजनेस मॉडल बनाने के लिए युवा उद्यामियों की टीम तैयार की जाए। ताकि यूथ खेती के बिजनेस से जुड़ सकें। खेती को बिजनेस बनाने वाले यूथ को डीसीएफ हर संभव मदद करेगी।
अजय पांडेय, अध्यक्ष, डीसीएफ