-प्रयाग स्टेशन कैंपस में दिनदहाड़े प्रिंसिपल के बेटे का मर्डर

-खलासी की सीट पर सामान रखने को लेकर युवक और ड्राइवर-खलासी के बीच हुआ था विवाद

-बड़े भाई की सगाई से लौटे परिवार को रिसीव करने पहुंचा था युवक

ALLAHABAD: प्रयाग स्टेशन कैंपस में सवारी ढोने के लिए खड़े एक ई-रिक्शा के ड्राईवर और खलासी ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे दिया। हरिद्वार एक्सप्रेस से उतरे पैरेंट्स को रिसीव करने पहुंचे युवक ने खलासी की सीट पर सामान रखने की गलती कर दी। इसे लेकर शुरू हुआ विवाद इस कदर बढ़ा कि खलासी ने युवक के सीने में चाकू घोंप दिया। बचाव में आए युवक के बड़े भाई पर भी हमला किया। प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टरों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। दिनदहाड़े स्टेशन कैंपस में हुई घटना से पूरे एरिया में सनसनी फैल गई। जीआरपी ने आरोपी ड्राइवर और खलासी को गिरफ्तार कर लिया है।

हरिद्वार गया था पूरा परिवार

खीरी थाना क्षेत्र के छोंपर गांव निवासी डॉ। दयाशंकर त्रिपाठी रामबाग स्थित संस्कृत विद्यापीठ में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात हैं। वे अपने परिवार के साथ ओम गायत्री नगर में रहते हैं। डा। दयाशंकर त्रिपाठी दो दिन पहले अपने चार बेटों में एक मझले बेटे आशीष त्रिपाठी की सगाई के लिए पत्नी राजकुमारी, बेटे अमित त्रिपाठी और दामाद रामबाबू दुबे के साथ हरिद्वार गए थे। सबसे छोटा बेटा दीपक त्रिपाठी घर पर ही था। जो इलाहाबाद में ही रहकर कपड़े का कारोबार करता है।

परिजनों को रिसीव करने पहुंचा था दीपक

बड़े भाई के सगाई से लौटे परिजनों को रिसीव करने के लिए 22 वर्षीय दीपक त्रिपाठी अपने एक मित्र के साथ कार से प्रयाग रेलवे स्टेशन पहुंचा। सुबह 9.30 बजे हरिद्वार एक्सप्रेस से पहुंचे परिजनों को रिसीव किया और सभी को कार में बैठा लिया। कार में जगह न होने पर दीपक ने सामान घर तक पहुंचाने के लिए स्टेशन कैंपस में ई-रिक्शा लेकर खड़े दारागंज के कच्ची सड़क निवासी संतोष साहू से बात की और ई-रिक्शा बुक किया। दीपक ने पीछे वाले दोनों सीट पर सामान रख दिया और अपने दोस्त को आगे ड्राईवर के बगल में बैठने के लिए कहा। इसका ड्राइवर संतोष ने विरोध किया। कहा कि आगे मेरा खलासी वसीम बैठेगा। पीछे वाले सीट पर बैठाना हो तो बैठाओ नहीं तो सामान उतार लो। बस इसी बात को लेकर ड्राइवर-खलासी और दीपक के बीच विवाद होने लगा।

खलासी ने मार दिया चाकू

कहा-सुनी हो रही थी कि इसी बीच खलासी वसीम ने जेब से चाकू निकाला और दीपक त्रिपाठी के सीने में घोंप दिया। जिससे वह तड़प कर वहीं गिर पड़ा। छोटे भाई पर हमला होता देख बड़ा भाई अमित त्रिपाठी बचाव के लिए दौड़ा तो ड्राइवर संतोष और खलासी वसीम ने अमित त्रिपाठी पर भी हमला किया। जिससे वह भी घायल हो गया। परिजनों के साथ ही स्टेशन कैंपस में मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो ड्राइवर खलासी भाग निकले। मौके पर पहुंचे जीआरपी जवानों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से घायल दीपक और अमित को पहले प्राइवेट हॉस्पिटल फिर एसआरएन ले गए। डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया। डा। विद्याशंकर त्रिपाठी ने जीआरपी में मुकदमा दर्ज कराया। जीआरपी ने आरोपी संतोष और वसीम को गिरफ्तार कर लिया है।