प्रयागराज ब्यूरो । डेंगू के लार्वा घर के बाहर नही बल्कि भीतर ही छिपे बैठे हैं। यह बात समझने वाली है। क्योंकि डीबीसी यानी डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर की टीम के आंकड़े यही बयां कर रहे हैं। उनका कहना है कि घरों, संस्थाओं, कार्यालयों के भवनों के भीतर ही लार्वा भारी मात्रा में मिल रहे हैं। इनको मौके पर ही नष्ट कराया जा रहा है। लेकिन इससे पता चलता है कि लोग लाख कोशिशों के बावजूद डेंगू को लेकर जागरुक व सतक नही हैं। ये लापरवाही उन्हें बीमार भी बना सकती है।
लगातार चल रही लार्वा की तलाश
मलेरिया विभाग की ओर से लगातार घर घर डेंगू लार्वा की तलाश चल रही है। इसके लिए डीबीसी टीमें बनाई गई हैं। यह टीमें घर घर जाकर सेंसेटिव जगहों की जांच पड़ताल कर रही हैं। जिससे कि लार्वा को पनपने से पहले खत्म किया जा सके। इस तरह से एक अगस्त से अब तक 20 हजार से अधिक भवनों की जांच की जा चुकी है। जिसमें से 845 जगहो ंपर लार्वा पाया जा चुका है। ये स्पाट भी वेल नोन हैं लेकिन लोगों की जागरुकता की कमी से यहां पर डेंगू पनप रहा है।
गमला और फ्रिज भी संवेदनशील
अभी तक सबसे ज्यादा लार्वा कूलर में मिल रहे थे लेकिन अब यह गमले और फ्रिज में भी बड़ी संख्या में मिल रहे हैं। यह सतर्क होने वाली बात है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन प्लेसेज नजर अंदाज करने वाला नही है। लापरवाही बरतने पर संक्रमण फैल सकता है। इसी तरह से टायर और कंटेनर में भी लार्वा पाए गए हैं। वाटर टैंक में भी लार्वा पाए गए हैं।डीबीसी द्वारा चेक किए गए कुल भवन- 20600
कितनी जगह मिला डेंगू का लार्वा- 845
कितने कूलर में मिला लार्वा- 528
कितने फ्रिज में मिला लार्वा- 40
कितने गमले में मिला लार्वा- 85
कितने वाटर टैंक में मिला लार्वा- 60
कितने टायर और कंटेनर में मिला लार्वा- 128
कितनी नालियों मं पाया गया लार्वा- 11
बारिश बंद होते ही बढ़ेगा खतरा
एक्सपट्र्स का कहना है कि फिलहाल बारिश हा रही है। जब तक बारिश होगी, डेंगू फैलने के चांसेज कम होते हैं। लेकिन जैसे ही बारिश कम होगी, जहां जहां जलभराव होगा वहां पर डेंगू के लार्वा साफ पानी में पनपने लगेंगे। इसलिए जरूरी है कि घर के भीतर ऐसे स्पाट्स को चिंहित कर डेंगू का निवारण किया जाना चाहिए। यही कारण है कि टीमों को लगाकर भवनो के भीतर जांच कराई जा रही है। लार्वा मिलते ही लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है।
लोगों को अब जागरुक हो जाना चाहिए। क्योकि उन्हे पता ही नही रहता है कि आखिरी लार्वा पनप कहां रहा है। हम घर के बाहर साफ सफाई पर जोर देते हैं और डेंगू का लार्वा घर के भीतर ही हम पर हमला करता रहता है।
हेमंत शुक्ला
हमारे घर के आसपास जलभराव हुआ है, वहां पर मलेरिया की टीम एंटी लार्वा का छिड़काव करती है। लेकिन घर के भीतर कोई ध्यान नही देता है। यही कारण है कि पिछले साल सीजन में हमारे एरिया डेंगू के कई मरीज सामने आए थे।
आलोक कुमार
हमारी डीबीसी टीमें उन एरिया की चेकिंग कर रही हैं जहां पर पिछले साल डेंगू के अधिक केस सामने आए थे। जागरुकता के अभाव में इन एरिया में फिर से डेंगू के लार्वा भारी मात्रा में मिल रहे हैं। यह वाकई चिंता का विषय है।
आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज