प्रयागराज ब्यूरो ।इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की समय सीमा 31 जुलाई थी, जो कि समाप्त हो चुकी है। अब टैक्स पेयर्स को रिफंड का इंतजार है। हजारों लोग इसमें शामिल हैं। कईयों का रिफंड फाइल करने के कुछ दिन बाद ही मिल गया। जिनका नही मिला वह प्रॉसेस का पता लगा रहे हैं। हालांकि एक्सपट्र्स का हना है कि आईटी विभाग टैक्सपेयर्स के आईटीआर यानी इंनकम टैक्स रिटर्न का कई तरह से रिव्यू करता है। जिसकी वजह से थोड़ी देर हो सकती है।
बड़े एमाउंट में लगती है देर
एक्सपर्ट्स का कहना है कि आईटीआर फाइल करने के दौरान रिफंड वैल्यू जितनी अधिक होती है, उतना ही टाइम भी लगता है। सरकार की ओर से आईटीआर को वेरिफाई करने के लिए सीपीसी यानी सेंट्रल प्रोसेसिंग सेंटर बनाया गया है। यह पूरी तरह से आटोमेटिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित है। यहां पर कई चरण में आईटीआर का रिव्यू किया जाता है। अगर एमाउंट छोटा है तो जल्दी रिलीज कर दिया जाता है। बड़े रिफंड में थोड़ा टाइम लगता है।


इन चीजों पर निर्भर करता है रिफंड का टाइम
- टैक्स पेयर का रिटर्न वैल्यू कितनी है।
- आपकी रिपोर्ट में कितनी कटौती या छूट का दावा किया गया है
- आपने जो टैक्स का आंंकलन किया है उसमें कितनी आसमानताएं हैं।
- फार्म 16 का स्टेटस क्या है। इसमें किन चीजों को पहले से शामिल किया गया है।
- सीपीसी में बैकलॉग के कारण भी विलंब होता है।
- आपने समय से अपना रिटर्न फाइल किया है या नही।
रिफंड में देरी पर उठाएं यह कदम
- इनकम टैक्स विभाग के हेल्पलाइन नंबर 18001034455 पर कॉल कर सकते हैं।
- ड्डह्यद्मञ्चद्बठ्ठष्शद्वद्गह्लड्ड3.द्दश1.द्बठ्ठ
ई फाइलिंग पोर्टल या एनएसडीएल की वेबसाइट पर स्टैटस को क्रास चेक कर सकते हैं।


74 लाख से अधिक ने किया रिटर्न फाइल
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज परिक्षेत्र में कुल 74 लाख से अधिक टैक्स पेयर्स हैं जिनको 31 जुलाई से आईटीआर फाइल करना था। इस परिक्षेत्र में यूपी और उत्तराखंड के मिलाकर कुल 47 जिले शामिल हैं। सोर्सेज बताते हैं कि महज तीन साल में प्रयागराज परिक्षेत्र में आईटीआर दाखिल करने वालों की संख्या में 24 लाख का इजाफा हुआ है। इनमें से बड़ी संख्या में लोगों का रिफंड आ भी चुका है तो हजारों को अभी इंतजार है। एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसे में केवल इंतजार किया जा सकता है या लीगल तौर पर पूछताछ की जा सकती है।


जिनका रिफंड नहीं आया है वह अभी इसके लिए इंतजार करें। क्योंकि सीपीसी में रिव्यू के दौरान समय लगता है। यह निर्भर करता है कि आपकी रिफंड वैल्यू क्या है या जो आपने आंकड़े सबमिट किए हैं वह रियल हैं या नहीं।
नितिन मेहरोत्रा, सीए

आईटीआर दाखिल करते समय लोग कई बार सही सूचना नहीं देते हैं। इसको लेकर भी आईटी विभाग को कई लेयर पर रिव्यू करना पड़ता है। इसमें भी टाइम लगता है। इसलिए परेशान होने के बजाय वेट करना ही बेहतर है।
राहुल यादव, टैक्स एक्सपर्ट लॉयर