- नए संक्रमितों से अधिक लोग हुए डिस्चार्ज, लगातार चल रहा क्रम

- एसआरएन हॉस्पिटल में भर्ती तीन मरीजों की हुई मौत

शहर में कोरोना को लेकर उल्टी बयार चल पड़ी है। लगातार नए कोरोना पाजिटिव के मुकाबले डिस्चार्ज होने वालों की संख्या अधिक है। शनिवार को भी 276 नए मामले सामने आए तो 294 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। पहले भी ऐसा देखने में आ रहा है। इसको लेकर जनता और स्वास्थ्य विभाग दोनों राहत की सांस ले रहे हैं।

कब-कब हुआ ऐसा

शुक्रवार को भी कुल 259 करोना पाजिटिव मामले सामने आए और इसके मुकाबले 321 मरीज डिस्चार्ज किए गए थे। इनमें से 279 होम आइसोलेशन से बाहर निकले थे। 23 सितंबर को 248 नए पाजिटिव आए थ और 341 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। पिछले दस दिन में ऐसा वाकया आध ादर्जन बार हो चुका है जब पाजिटिव मामलों से अधिक लोग कोरोना से स्वस्थ हो गए।

लोगों में बढ़ रही उम्मीद

ऐसा लगातार होने से लोगों में मनोवैज्ञानिक ऊर्जा का संचार हो रहा है। डॉक्टर्स का कहना है कि लोगों में कोरोना से मुकाबला करने की हिम्मत बढ़ रही है। लोगों का लग रहा है कि अगर संक्रमित हुए तो भी जल्द ठीक हो जाएंगे। जबकि इसके उलट जो लोग पहले से अस्वस्थ हैं वह खुद को बचाकर चल रहे हैं। कुल मिलाकर यह शहर केअच्छा संकेत है और इससे लोगों को कोरोना से बचाव में मदद भी मिलेगी।

प्राइवेट में अधिक मामले

शनिवार को सामने आए 276 नए मामलों में 22 मरीज ट्रूनाट मशीन की जांच में पाजिटिव मिले हैं जबकि 80 मरीज आरटीपीसीआर जांच में सामने आए। अहम यह कि इसमें से 20 मरीज प्राइवेट लैब की जांच में मिले हैं। इसका मतलब कि लोग प्राइवेट में अधिक संख्या में जांच करा रहे हैं। क्योंकि सरकार के मुकाबले प्राइवेट लैब का प्रतिशत काफी रहता है। वहीं शनिवार को एंटीजन जांच में 174 पाजिटिव मामले पाए गए हैं।

यह एक अच्छा संकेत है। अधिक डिस्चार्ज होने से जनता पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा है। डरे हुए लोगों में ऊर्जा और उत्साह का संचार होने लगा है और वह बचाव के साथ हिम्मत का परिचय भी दे रहे हैं।

डॉ। ऋषि सहाय, नोडल कोविड 19