-डीएम ने एलपीजी टैंकर्स के फर्जी री-रजिस्ट्रेशन के मामले को गंभीरता से लिया

-अधिकारियों की जमकर लगाई क्लास, कमेटी बनाकर कराई जाएगी जांच

ALLAHABAD: डीएम सुहास एलवाई ने एलपीजी टैंकर्स के री-रजिस्ट्रेशनमामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इसकी जांच कराने के आदेश दिए हैं। डीएम ने पूछा कि जब गाडि़यां इलाहाबाद नहीं आई तो उनका फिजिकल वेरिफिकेशन कैसे करा लिया गया। बुधवार शाम उन्होंने एलपीजी ट्रांसपोर्टर्स को बुलाकर उनकी समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने आरटीओ विभाग के अधिकारियों की टेलीफोन पर जमकर क्लास लगाई।

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने पब्लिश की थी खबर

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की खबर को संज्ञान में लेते हुए डीएम ने एलपीजी ट्रांसपोर्टर्स की समस्याओं को जाना। उनकी शिकायत पर उन्होंने तत्काल जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच किए जाने के आदेश दिए। साथ ही उन्होंने आरटीओ के अधिकारियों को टेलीफोन पर कहा कि वह अपनी गलती चाहें तो खुद सुधार लें। अगर जांच में फर्जीवाड़ा सामने आया तो बड़ी कार्रवाई की जाएगी। एलपीजी ट्रांसपोर्टर्स में शशांक वत्स, एसके यादव, पुष्पेंद्र सिंह, सुल्तान, शलभ श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

जांच हुई तो खुल जाएगी पोल

गौरतलब कि आरटीओ विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर दूसरे प्रदेशों के एलपीजी टैंकर्स का फर्जी री-रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। गुजरात, महाराष्ट्र और एमपी के सैकड़ों टैंकर्स के इलाहाबाद आए बिना ही उनको लोकल नंबर एलॉट कर दिए गए। इसका लोकल एलपीजी ट्रांसपोर्टर्स ने जमकर विरोध किया है। उनका कहना है कि इस तरह से लोकल ट्रांसपोर्टर्स की रोजी-रोटी मारी जाएगी। आरटीओ के इस फर्जीवाड़े से बाहरी ट्रांसपोर्टर्स का बड़ा फायदा हो जाएगा।

पसरा सन्नाटा, दलाल गायब

दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की खबर का असर हुआ कि आरटीओ ऑफिस में बुधवार को सन्नाटा पसरा रहा। व्हीकल्स का री-रजिस्ट्रेशन कराने वाले दलाल नदारद रहे।

वर्जन

जिस भी एलपीजी टैंकर का री रजिस्ट्रेशन किया गया है, उसका फिजिकल वेरिफिकेशन मैंने खुद किया है। लेकिन, उनकी कोई पिक या वीडियो नहीं बनाई गई है। सैकड़ों वाहनों का वेरिफिकेशन किया जाता है। सबका सुबूत रखना संभव नहीं है।

-एलके सिंह, आरआई

वाहन का फिजिकल और मैकेनिकल वेरिफिकेशन किया गया है तो इसकी रिपोर्ट एआरटीओ को दी जाती है। इसके आधार पर ही री-रजिस्ट्रेशन किया जाता है। इसके रिकार्ड पेश करने होते हैं। अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो फाइलों की पूरी जांच कराई जाएगी।

-सगीर अहमद अंसारी, आरटीओ