प्रयागराज ब्यूरो ।सभी का कर्तव्य है कि घर में बड़े बुजुर्गों को अकेलापन न प्रतीत होने दें। वरिष्ठ नागरिकों को सुरक्षा की दरकार होती है, उन्हे वैसा ही माहौल देना चाहिए। वरिष्ठ नागरिक अनुभव का खजाना होते हैं। घर, परिवार, समाज के तमाम पहलुओं के ज्ञान का इनमें भंडार होता है। यह बातें
वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज गुप्ता ने कही। वह रविवार को एनसीजेडसीसी में आयोजित प्रयागराज सीनियर सिटीजन काउंसिल के समारोह मे बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे नागरिकों के अनुभव का उपयोग करना चाहिए ताकि सामने आने वाली विभिन्न परेशानियों को टाला जा सके।
सात सीनियर सिटीजंस को किया सम्मानित
वह घर से कहीं बाहर जाएं तो उनके साथ कम से कम एक स्वजन को भेजें ताकि बुजुर्गों को रास्ते में कोई दिक्कत न हो। कार्यक्रम में पद्मश्री डा। राज बवेजा, जीके खरे, न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय, राजीव दवे, डा। हरिओम अग्रवाल, ग्रुप कैप्टन महेंद्र नाथ और गिरधर गुलाटी को सम्मानित किया गया। काउंसिल के अध्यक्ष राजीव माहेश्वरी ने अतिथियों व अन्य वरिष्ठ नागरिकों का स्वागत किया। सचिव डा। नवीन चंद्र अग्रवाल ने संस्था के कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष न्यायमूर्ति राजेश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। महर्षि पतंजलि स्कूल की छात्राओं ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। जयपुर की खुशी सक्सेना ने कथक नृत्य व मुंबई के कीर्ति अनुराग ने भजन, गजल और फिल्मी गीत सुनाकर लोगों को भावविभोर कर दिया। रङ्क्षवद्र गुप्ता, डा। विनय कृष्ण अग्रवाल, स्क्वाड्रन लीडर वीके मित्तल, दिनेश रस्तोगी, सुनील धवन, वीरेंद्र सागर आदि उपस्थित रहे।