प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नीट यूजी के रिजल्ट को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों ने भी इसमें गड़बड़ी की आशंका जता दी है। सोमवार को संगठन की इलाहाबाद यूनिवर्सिटी इकाई ने इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया और कहा कि छात्रों के व्यापक हित को देखते हुए इसकी जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिए। जांच में जो भी दोषी मिले उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। संगठन ने नीट परीक्षा आयोजित करने वाली संस्थान एनटीए को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।

पेपर लीक के केस भी आए थे सामने
प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहे संगठन के काशी प्रांत के सह-मंत्री आंचल सिंह, एयू इकाई के उपाध्यक्ष अखिलेश कुशवाहा, कला संकाय अध्यक्ष आजाद वत्स, प्रकाश सिंह, पवन, हिमांशु आदि ने कहा कि परीक्षा के आयोजन के दिन ही देश के अलग-अलग हिस्सों में गड़बडिय़ां सामने आईं थीं। कई स्थानों से पेपर लीक की शिकायतें आयी थीं। साल्वर पकड़े गये थे। उनके खिलाफ कुछ स्टेट में कार्रवाई भी की गयी थी। उन स्टेट की पुलिस ने अपनी कार्रवाई रिपोर्ट में भी नीट का पेपर लीक होने की आशंका जतायी थी। कुछ स्थानों पर प्रश्न पत्र बांटने आदि में भी गड़बड़ी मिली थी। इतना सब कुछ सामने आने के बाद भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पेपर लीक होना मानने से इंकार करते हुए परीक्षा फिर से कराने की मांग ठुकरा दी थी।

छात्रों का सुसाइड करना दु:खद
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के इकाई अध्यक्ष आलोक त्रिपाठी ने कहा कि, नीट परीक्षा परिणाम आने के बाद विद्यार्थियों की आत्महत्या करने की मामले हुए हैं, यह अत्यंत दुखद है। नीट जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित होते हैं तथा इसकी तैयारी हेतु कड़ी मेहनत करते हैं। ऐसे में इस प्रकार का प्रकरण की गड़बड़ी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं की जाएगी। इस मामले की सीबीआई द्वारा जांच कराकर, दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए। नीट परीक्षा के आयोजन में जो गड़बडिय़ां हुईं हैं, उसके लिए इस पूरे विषय से सम्बद्ध ब्यूरोक्रेसी जिम्मेदार है।

छात्रों की तरफ से उठाये गये सवाल
मेडिकल संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा की पारदर्शिता पर विद्यार्थियों के बीच संदेह है।
नीट-यूजी की परीक्षा के दिन भी देश के अलग-अलग स्थानों पर व्यवस्था की गड़बडिय़ां सामने आईं थीं
कई जगहों पर ऐसी गड़बड़ी होने से यह भी स्पष्ट हो गया कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने परीक्षा के आयोजन के लिए आवश्यक तैयारियां नहीं की थीं।
नीट के परीक्षा परिणाम में एक ही सेंटर से कई टॉपर्स होने से इस वर्ष के परीक्षा परिणाम पर कई तरह से संदेह उत्पन्न हो रहा है।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी पर पहले भी यूजीसी-नेट आदि परीक्षाओं के आयोजन के संदर्भ में सवाल खड़े हुए थे।

नीट की ओएमआर की फटी शीट एक्स पर वायरल
लखनऊ की आयुषी ने हाई कोर्ट में एनटीए को दी चुनौती
715 अंक पाने वाली छात्रा ने वीडियो पोस्ट कर कहा, मेरे साथ हुआ स्कैम
रुष्ट्यहृह्रङ्ख: इस वर्ष नीट का परिणाम घोषित होने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर लगातार आरोप लग रहे हैं। अब मोडिकल की तैयारी कर रहीं लखनऊ की आयूषी पटेल ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर अपनी ओएमआर शीट दिखाते हुए आरोप लगाया है कि उसके साथ स्कैम हुआ है। दोबारा से अपनी ओएमआर का मूल्यांकन कराने की मांग को लेकर हाई कोर्ट में याचिका भी दाखिल कर दी है। इसकी मंगलवार को सुनवाई है।

रिजल्ट ही जेनरेट नहीं
आयुषी ने नीट के एडमिट कार्ड को दिखाते हुए बताया है कि चार जून को जब परिणाम आया तो मेरा खुल नहीं रहा था। स्क्रीन पर लिखा था कि आपका परिणाम जनरेट नहीं हुआ है। एक घंटे बाद मेरे पास एनटीए से ई-मेल आया, जिसमें लिखा था कि रिजल्ट जनरेट नहीं हो सकता है, क्योंकि उन्हें मेरी ओएमआर शीट फटी मिली है। इतना सुनने के बाद पूरा परिवार और मैं अवाक रह गई। बहुत झटका लगा। मेरे परिवार के लोगों ने मुझे अवसाद में जाने से संभाला। मेरे मामा जो हाई कोर्ट में एडवोकेट हैं, उनके माध्यम से एनटीए को मेल पर जवाब भेजा। ओएमआर शीट यदि फटी है तो उसे दिखाया जाए। 24 घंटे के भीतर मेल ओएमआर मिला, जिसे देखने से लग रहा है कि उसे जानबूझ कर फाड़ा गया है। ओएमआर में जो भी सवाल हल थे वे सभी स्पष्ट दिख रहे थे। इसे चेक किया तो नीट में 715 अंक आ रहे थे। इससे पहले जब मैंने आंशर शीट से चेक किया था, उसमें भी इतने अंक थे। आयुषी के पोस्ट पर बहुत से लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए सिस्टम पर रोष जताया है।

मेरा परीक्षा से उठ गया भरोसा
आयुषी ने बताया कि उसका यह तीसरा प्रयास था। पहले प्रयास में 535 अंक आए थे। दूसरी बार 517 अंक आए थे। तीसरी बार में 715 अंक आ रहे थे। तीन साल पूरी मेहनत से पढ़ाई की है। मुझे न्याय दिलाया जाए। मेरा पढ़ाई और इस परीक्षा से पूरी तरह से भरोसा उठ चुका है। मेरा दोबारा से पेपर चेक हो। मेरा भी रैंक में नाम आता, लेकिन मुझे रिजल्ट भी नहीं दिया गया।