प्रयागराज ब्यूरो । माफिया अतीक को संरक्षण और आर्थिक सहायता पहुंचाने वालों के लिए दिन अधिक खराब होने वाले हैं। अब उनकी संपत्ति पर पीडीए की कार्रवाई के साथ सीबीआई का दोहरा वार भी होने जा रहा है। होली के बाद इन लोगों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई होने जा रही है। बता दें कि अतीक से जुड़े तीन दर्जन लोगों की अवैध संपति का ब्योरा पीडीए जुटा रहा है। इसी बीच गुरुवार को सीबीआई

शूटर अब्दुल कवि के अपराध से अर्जित संपति का लेखा-जोखा जुटाने कौशाम्बी पहुंच गई। वहीं एक टीम प्रयागराज भी पहुंची है। बताया जा रहा है पीडीए ने काफी लोगों की लिस्ट तैयार तक कर ली है।

टारगेट पर है शूटर्स की संपत्ति

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक गुजरात की जेल में बंद माफिया अतीक अहमद व बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ कई वारदात में अपने पुराने भरोसेमंद शूटर अब्दुल कवि की मदद लेते रहे है। करीब 14 साल से पुलिस की गिरफ्त से बाहर अब्दुल कवि के उमेश पाल हत्याकांड में भी उसके शामिल होने इनपुट मिले है। जिसके बाद अब्दुल कवि के कौशाम्बी जिले के जमालपुर भखंदा में तीन करोड़ की लागत के अवैध मकान को बुलडोजर ने जमीदोज कर दिया। अब अब्दुल कवि के करीबियों की अवैध तरीके से अर्जित की गई करोड़ों की संपति का लेखा-जोखा जुटाने सीबीआई की दो सदस्यीय जांच टीम कौशाम्बी जिले के मंझनपुर तहसील पहुंची है। सूत्रों की माने तो अब्दुल अपने करीबियों के नाम पर संपति लेकर लंबा चौड़ा व्यापार कर रहा है। ताकि किसी की नजर न पड़े। यह नहीं जो संपति ली गई है। वह किसी न किसी अतीक के शूटर के रिश्तेदार व करीबी के नाम पर है। जहां से लाखों की कमाई हर महीने होती है। सूत्रों की माने तो शूटर्स की संपत्तियों पर वार करने की तैयारी हो रही है।

हासिल किये भू-अभिलेख के ब्लू प्रिंट

18 साल पहले हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के साथ उमेश पाल हत्याकांड के तार भी किसी न किसी रूप में जुड़े है। इन्ही संबंधों की पड़ताल करने सीबीआई की जांच टीम गुरुवार को कौशाम्बी की मंझनपुर तहसील पहुंची। टीम में दिल्ली से आये दो अफसरों ने तहसीलदार भूपाल सिंह से करीब ढाई घंटे बातचीत की। इसमें माफिया अतीक के शूटर रहे अब्दुल के बारे में कई सवाल किये गए। शूटर अब्दुल कवि के खानदान की चल-अचल संपति के राजस्व अभिलेख की जानकारी भी सीबीआई न जुटाई है। यह पूछताछ करीब तीन घंटे तक चली। इसके अलावा टीम ने एसडीएम से जमालपुर भखंदा एवं रकसराई गांव के भू-अभिलेख के ब्लू प्रिंट हासिल किये। इसमें शूटर अब्दुल के बाबा अब्दुल अजीज, पिता अब्दुल गनी, पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी उसकी पत्नी शाहीन बानो के संपत्ति के कागजात शामिल है।

अतीक अहमद गैंग से जुड़े तीन दर्जन से अधिक लोगों की जो सूची तैयार की है। उनके खिलाफ दस मार्च के बाद कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई प्रयागराज से कौशाम्बी तक जारी रहेगी।

अरविंद चौहान, वीसी, पीडीए