झूंसी के शेरडीह गांव में बाइक सवार बदमाशों ने घर के समीप मारी गोली

नैनी जेल के बाहर हुए दोहरे हत्याकांड में आरोपित था वीरेंद्र

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PRAYAGRAJ: जिले में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बेखौफ बदमाशों ने रविवार शाम नैनी जेल के बाहर हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपित वीरेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना झूंसी थाना क्षेत्र के शेरडीह गांव में हुई। बाइक से आए बदमाशों ने वीरेंद्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश बाइक से भाग निकले। सूचना पर एसएसपी नितिन तिवारी कई थानो की फोर्स के साथ एसआरएन पहुंचे और परिजनों से पूछताछ की। पुलिस वारदात को दोहरे हत्याकांड और पुरानी रंजिश से जोड़कर देख रही है। गांव में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात की गई है।

जून 2016 में हुई थी हत्या

झूंसी थाना क्षेत्र के शेरडीह गांव निवासी वीरेंद्र यादव उर्फ करिया उर्फ बाबा पुत्र बचई किसानी करता था। नैनी जेल के बाहर छह जून 2016 को गैंगवार हुई थी। इसमें शेरडीह गांव के ज्ञानचंद्र उर्फ वकील और उसके चाचा लालता की हत्या हुई थी। हत्याकांड में पुलिस ने वीरेंद्र समेत कई अन्य शूटर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बताया जाता है कि करीब छह माह पहले वह जमानत पर जेल से बाहर आया था। रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे अपने दोनों बच्चों को बाइक से घुमाने के बाद चचेरे भाई अमर से कुछ बातचीत कर रहा था। इसी दौरान लाल रंग की पल्सर से तीन युवक आए और अमर को धक्का मारते हुए हटा दिया। इसके बाद वीरेंद्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। सिर, पेट और पैर में गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा तो हमलावर वहां से भाग निकले। परिजन जख्मी वीरेंद्र को स्कूटी से पहले निजी अस्पताल ले गए और फिर स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हत्याकांड की खबर मिलते ही एसएसपी समेत कई अधिकारी अस्पताल व गांव पहुंचे। चश्मदीद समेत अन्य से पूछताछ के बाद हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम लगाई गई।

वीरेन्द्र की गोली मारकर हत्या की गई है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। इसमें खासतौर पर पुरानी रंजिश और दोहरे हत्याकांड को जोड़कर देखा जा रहा है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

नितिन तिवारी, एसएसपी