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करोड़ 62 लाख पकड़ी गई दवा की कुल कीमत

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गोदाम से बरामद की गई थी दवाएं

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डीसीएम से थाने लाई गई तीन ट्रक दवा

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कमरे थाने के हुए फुल, बाहर भी लगा ढेर

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दिन में आती है ड्रग सैंपल की जांच रिपोर्ट

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प्रकार की टोटल दवाओं की अफसरों ने की है गिनती

-ड्रग माफिया के भाई का हुआ मेडिकल भेजा गया जेल, अफसरों को रिपोर्ट का इंतजार

-रविवार को खुल्दाबाद पुलिस द्वारा अतरसुइया एरिया से की गई थी बरामदगी

PRAYAGRAJ: खुल्दाबाद पुलिस पकड़ी गई तीन ट्रक दवाओं की काउंटिंग सोमवार को पूरी हुई। ड्रग विभाग के अफसर इस काम में रविवार से लगे हुए थे। काउंटिंग और मिलान बाद दवा की कुल कीमत डेढ़ करोड़ से भी अधिक बताई गई। पकड़े गए ड्रग माफिया अनुपम पुरी गोस्वामी के भाई अनुराग पुरी गोस्वामी का दोपहर के वक्त मेडिकल करवाया गया। दवाओं को गत्ते व बोरियों में सीलकर थाने के अंदर पुलिस कस्टडी में रखवा दिया गया। ड्रग माफिया के खिलाफ पूर्व में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

आरोपित भेजा गया जेल

खुल्दाबाद पुलिस सटीक सूचना पर सोमवार देर शाम कीडगंज एरिया के एक होटल से वांछित ड्रग माफिया अनुपम के छोटे भाई अनुराग पुरी गोस्वामी पुत्र धरमपुरी गोस्वामी को गिरफ्तार किया था। वह कौशांबी के सैनी अझुआ का निवासी है। उसके कमरे से 50 हजार कीमत की नशीली दवाएं भी मिली थीं। उसके बताने पर पुलिस ने अतरसुइया के हर्षवर्धन नगर बरगद घाट के पास प्रदीप कुमार यादव उर्फ टीन के मकान से भारी मात्रा में दवाएं बरामद की गई। गोदाम में से पांच डीसीएम द्वारा दवाएं थाने लाई गई। यहां देर रात तक दवाओं के मिलान व जांच की प्रक्रिया चलती रही। सोमवार सुबह फिर असिस्टेंट कमिश्नर ड्रग टीम के साथ थाने पहुंचे। करीब 16 लोगों की टीम ने देर शाम तक दवाओं का लेखा-जोखा तैयार किया। बरामद कुल दवा की कीमत एक करोड़ 62 लाख की बताई गई। 17 दवाओं का सैंपल लेकर जांच के लिए लखनऊ स्थित लैब भेजा गया। अफसरों को 70 फीसदी दवाओं के सैंपल फेल होने का अनुमान है। रिपोर्ट आने में कम से कम 60 दिन लगेंगे। सैंपल फेल मिलने के बाद आरोपित के खिलाफ एक और मुकदमा उसके आधार पर दर्ज कराया जाएगा। पकड़े गए आरोपित को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

कई जिले में फैला रखा था जाल

ड्रग माफिया दवाओं का यह कारोबार कई जिलों में फैला रखा था। ड्रग अधिकारी कहते हैं कि इसकी दवाएं ज्यादातर खागा, फतेहपुर, कौशाम्बी व इस जिले के अझुआ और बिंदकी तक सप्लाई होती थी। बताया गया कि इसकी दवा की एक दुकान कौशाम्बी में भी है। वहां से कुछ माह पहले भेजा गया सैंपल फेल हो चुका है। मतलब कि जिस दवा की सैंपलिंग की गई थी वह नकली थी।

बनाता था नकली सेनेटाइजर

अधिकारियों ने बताया कि जांच में सेनेटाइजर की भारी मात्रा में शीशी व उसके कैप भी मिले हैं। शक है कि वह नकली सेनेटाइजर भी बनाने का काम किया करता था। इस बात की अलग से जांच करवाई जाएगी।

दवाओं की अच्छी तरह से जांच के बाद सीलकर थाने में रखवा दिया गया है। कुल दवा की कीमत डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा है। लिए गए सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पकड़े गए शख्स को पुलिस द्वारा जेल भेजा गया है।

-उदयभान सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर ड्रग प्रयागराज डिवीजन