प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ से पहले डफरिन अस्पताल का इंट्रेंस चौड़ा होगा। साथ ही पंजीकरण के नए काउंटर बनाए जाएंगे। जिससे मरीजों की संख्या बढऩे पर लोगों को दिक्कत का सामना नही करना पड़ेगा। इसके साथ ही अस्पताल में बने पुराने सात निर्माण भी धाराशायी किए जाएंगे। इनकी जगह नए निर्माण किए जाने हैं। लंबे समय से इन जर्जर हो चुके भवनों को ढहाने की कवायद चल रही थी जिसमें बुधवार को सफलता मिल गई। शासन से इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी कर दिया गया।

इन भवनों को किया जाएगा धाराशायी

डफरिन अस्पताल के परिसर में बने जिन सात निर्माणों के ढहाया जाना है वह काफी पुराने हैं। इनको बने सौ साल से अधिक का समय हो गया है। यह सभी 1907 में निर्मित हुए थे। इनमें प्रमुख अधीक्षिका निवास, मुख्य चिकित्साa अधीक्षिक आवास, पुराना चिकित्सा आवास, पुराना मैटर्न आवास, नर्सिंग हास्टल, चतुर्थ श्रेणी आवास और पुराना रसोई घर शामिल है। पीडब्ल्यूडी की ओर से पूर्व में इनकी रिपोर्ट में इनको जर्जर घोषित कर दिया था। जिसके बाद इनको ढहाने की मांग अस्पताल की ओर से की गई थी। इनमें कुछ स्टाफ के लोग रहते थे जिन्हे निकलने के लिए भी कहा गया था। इनको ढहाने पर प्राप्त होने वाले 18.66 लाख की राशि को बट्टे खाते में डाला जाएगा।

मिलेगी ये सुविधा

इसके साथ ही अस्पताल का गेट का चौड़ीकरण किया जाएगा। इस समय इस अस्पताल का गेट काफी सकरा है और आने जाने में दिक्कत होती है। अस्पताल दायरा शाह अजमल एरिया में है और यहां सुबह से शाम तक जाम की स्थिति बनी रहती है। इस वजह से सरकार ने गेट का चौड़ीकरण करने को कहा है। इससे इसका इंट्रेंस भी चौड़ा हो जाएगा। जिससे जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। इसके अलावा अस्पताल में पार्किंग की व्यवस्था को भी बढ़ाया जाएगा। पंजीकरण के काउंटरों की संख्या में भी इजाफा किया जाना है।

काल्विन में टूटेगा दंत चिकित्सा विभाग

इसी तरह से स्टेशन के नजदीक स्थिति काल्विन अस्पताल का दंत चिकित्सा विभाग भी टूटेगा। यहां पर स्थित शौचालय को भी ढहाया जाना है। इनकी जगह दस बेड का वार्ड बनाया जाना है जहां मरीजों को भर्ती किया जाएगा। जेडी हेल्थ डॉ। वीके मिश्रा ने बताया कि इस संबंध में सरकार से निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। महाकुंभ से पहले इन सभी निर्माणों को पूर्ण किया जाना है। जिसकी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।