-शासन ने बच्चों की सहूलियत के लिए दिया था निर्देश

-मार्केट में किताबों की कमी बनी पैरेंट्स के लिए चुनौती

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PRAYAGRAJ: कोरोना संक्रमण से पैदा हुए हालात के बीच स्कूलों में नए सेशन की ऑनलाइन पढ़ाई भी शुरू हो गई। ऐसे में सबसे अधिक मुसीबत यूपी बोर्ड के स्टूडेंट्स को उठानी पड़ रही है। उनके पास जरूरत की किताबें ही नहीं है। ऐसे में बगैर किताबों के पढ़ाई करना बेहद कठिन है। मार्केट में भी यूपी बोर्ड के प्रकाशकों की किताबें न होने के चलते पैरेंट्स भी बच्चों के लिए किताबें नहीं अरेंज कर पा रहे हैं। पैरेंट्स और बच्चों की इसी मुसीबत को देखते हुए शासन की ओर से सभी जिलों के राजकीय इंटर कालेज में निर्धारित मूल्य पर किताबों को उपलब्ध कराने के लिए निर्देश जारी किया गया था।

काउंटर खोलकर उपलब्ध कराएं बुक्स

शासन की ओर से जारी निर्देश में सभी जिलों के डीआईओएस को जीआईसी में किताबों के काउंटर खोलने का आदेश था। इसमें कहा गया था कि इन काउंटर पर किताबों को उपलब्ध कराया जाए। जिससे स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। लेकिन यूपी बोर्ड के मुख्यालय वाले जिले में ही किताबों के लिए जीआईसी में काउंटर संचालित नहीं हो रहा है। ऐसे में अन्य जिलों में काउंटर खोलने को लेकर सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि मार्केट में किताबों की कमी पैरेंट्स के साथ ही बच्चों की भी मुसीबत का कारण बना हुआ है। वहीं दुकानदारों की मानें तो प्रकाशन से किताबों को लेने में बचत ही नहीं है। ऐसे में मालभाड़ा आदि का खर्च भी नहीं निकल रहा है। इसके चलते किताबों को नहीं खरीद रहे हैं।

कुछ दिन के लिए खुला था काउंटर

जीआईसी में किताबों के काउंटर खोलने को लेकर दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने डीआईओएस आरएन विश्वकर्मा से बात की। इस पर उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश पर जीआईसी में किताबों के लिए काउंटर खोले गए थे। लेकिन पर्याप्त संख्या में किताबों को क्रय करने के लिए कोई नहीं पहुंचा। इसके चलते प्रकाशक की ओर से उसे बंद कर दिया गया। वर्तमान में 9वीं और 11वीं में रजिस्ट्रेशन के साथ ही 10 व 12वीं बोर्ड परीक्षा के फार्म भरे जा रहे हैं। ऐसे में फिर से एक सप्ताह के लिए काउंटर खोले जाएंगे। जिससे जिनको किताबें चाहिए, उन्हें आसानी से मिल सके।

शासन के निर्देश पर कुछ दिन के लिए काउंटर खोला गया था। लेकिन कोई पहुंचा नहीं। 24 से 31 अगस्त तक जीआईसी में फिर से काउंटर खोला जाएगा।

-आरएन विश्वकर्मा

डीआईओएस