-24 घंटे के भीतर दिखाती है असर, रोकती है संक्रमण की रफ्तार
-हेल्थ डिपार्टमेंट दवा का करा रहा है नि:शुल्क वितरण
PRAYAGRAJ: कोरोना संक्रमण को खत्म करने के लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। बचाव से लेकर टेस्टिंग की रफ्तार तक बढ़ाने की कवायद हो रही है। वहीं वायरस से बचाव के लिए तमाम दवाओं का सेवन कराया जा रहा है। लेकिन वर्तमान में कोरोना के खिलाफ आइवर मेक्टिन दवा बेहतर साबित हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि कोरोना संक्रमित और उनके संपर्क में आने वालों के लिए यह दवा रामबाण साबित हो रही है। अधिकारियों का यह मानना है कि संक्रमण की रफ्तार कम होने के पीछे इस दवा का विशेष रोल है। लोगों को विभाग की ओर से यह दवा नि:शुल्क वितरित की जा रही है।
पेट के कीड़े मारने में होती है इस्तेमाल
-दरअसल आइवर मेक्टिन दवा को पेट के कीड़े मारने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
-इसके अलावा यह दवा खुजली, त्वचा के इंफेक्शन, सिर के जुएं आदि मारने के लिए काम भी आती है।
-शहर में स्वास्थ्य विभाग के सभी कैंप आफिस से आइवर मेक्टिन की डोज नि:शुल्क बांटी जा रही है।
24 घंटे में दिखाती है असर
-डॉक्टर्स बताते हैं कि इस दवा का सेवन करने के 24 घंटे के भीतर ही यह असर दिखाने लगती है।
-इससे संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है।
-यह दवा शरीर की कोशिकाओं के नाभिक में कोरोना वायरस को घुसने से रोकती है।
-कोशिका की दीवार मोटी हो जाने से वायरस बाहर ही रह जाता है और कोशिका सुरक्षित होती है।
-इससे संक्रमण की रफ्तार धीमी हो जाती है और मरीज रिकवर हो जाता है।
ऐसे करना है सेवन
आइवर मेक्टिन का सेवन करने का निर्धारित तरीका है। डॉक्टरों के मुताबिक इसका सेवन इस तरह से किया जाना चाहिए।
कम या हल्के लक्षण वाले
तीन दिन तक रोजाना तीन दिन तक रोजाना रात में भोजन के दो घंटे बाद इस दवा का सेवन करना चाहिए।
पॉजिटिव के संपर्क में आए लोग
पहले दिन, सातवें दिन इस दवा की एक डोज लेनी है। फिर तीसवें दिन भी उसे दवा को खाना है। यह प्रक्रिया पुन: अगले माह दोहराई जानी है।
स्वस्थ्य व्यक्ति
डॉक्टर्स का कहना है कि स्वस्थ व्यक्ति भी तीन दिन तक रात में भोजन के दो घंटे बाद इस दवा का सेवन कर सकता है।
कितनी दवा लेनी है
एक बार में 12 एमजी की आइवर मेक्टिन की डोज डॉक्टर की सलाह से ली जा सकती है।
प्राइवेट कंपनियां भी आई आगे
एक ओर स्वास्थ्य विभाग के कैंप आफिस से आइवर मेक्टिन का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। दूसरी ओर प्राइवेट फार्मा कंपनियां भी अलग अलग नामों से इस दवा का निर्माण कर रही है। इनकी कीमत अधिक है लेकिन कंपनियों का दावा है कि यह तत्काल असरकारक हैं। आइवर मेक्टिन दूसरी दवाओं के कॉम्बिनेशन के साथ भी दुकानों पर उपलब्ध हैं। बच्चों के लिए इस दवा का डोज डॉक्टर से पूछकर निर्धारित की जा सकती है।
इस दवा का नि:शुल्क वितरण कराया जा रहा है। लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है। उनसे अपील है कि आइवर मेक्टिन का सेवन कर कोरोना वायरस की संक्रमण की रफ्तार कम कर सकते हैं।
-डॉ। मेजर गिरिजाशंकर बाजपेई, सीएमओ