प्रयागराज ब्यूरो । बिजली कर्मियों की हड़ताल की गूंज पूरे प्रदेश भर में दिखने लगी है। वहीं प्रयागराज में भी जोरदार असर दिखाई पड़ा। एक तरफ जहां बिजली कर्मी धरने पर रहे तो दूसरे तरफ पब्लिक सड़क पर रही। दो दिन से बिजली-पानी से परेशान लोगों का धैर्य शनिवार को जवाब दे गया। दोपहर से जगह-जगह रास्ताजाम और नारेबाजी की गई। कई उपकेंद्रों पर भीड़ पहुंच गई। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने समझा-बुझाकर सभी को वापस भेज दिया। उपकेंद्रों पर तैनात प्रभारियों ने जल्द आपूर्ति सुचारू करने का आश्वासन भी दिया। वहीं कई उपकेंद्रों पर ताला लटका देख पब्लिक का गुस्सा टूट गया। लोगों ने उपकेंद्र पर जमकर नारेबाजी की। करेली में तो पब्लिक ने रास्ताजाम कर दिया। यह स्थिति शहर के आधा दर्जन उपकेंद्र के बाहर दिखाई पड़ी। दो दिन तक बिजली न आने से लोगों का दिनचर्या पूरी तरह से डिस्टर्ब हो गया। लोगों को ऑफिस जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिले का एक चौथाई हिस्सा बिजली बिना प्रभावित रहा।
सड़क पर बैठी पब्लिक तो गाडिय़ों की लग गई लंबी कतार
करेली क्षेत्र में रहने वाले लोगों को गुस्सा टूटा तो शनिवार दोपहर सड़क पर उतार आए। बिजली विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि दो दिन से बिजली नहीं आ रही है। लोगों का कहना था कि पानी का संकट खड़ा हो गया है। उपकेंद्रों पर कोई नहीं है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाया, तब जाकर करीब एक घंटे बाद रास्ताजाम समाप्त हुआ। शाम करीब चार बजे मानसरोवर चौराहे के पास रास्ताजाम कर दिया गया। कहा गया कि दो दिन में सिर्फ एक-दो घंटे बिजली आई है। ऐसे में पेयजल समेत तमाम समस्याएं खड़ी हो गईं हैं। पुलिस ने लोगों को समझाया तो वह माने। देर शाम करीब छह बजे कानपुर रोड स्थित न्यू सिविल लाइंस उपकेंद्र के पास लोग सड़क पर बैठ गए। अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पलभर में कानपुर रोड पर वाहनों की कतार लग गई। पुलिस पहुंची और लोगों को सड़क से हटाया। उधर, रामबाग, गऊघाट, कल्याणी देवी, पावर हाउस, अल्लापुर, तेलियरगंज, कसारी-मसारी, करैलाबाग, सिविल लाइंस, दारागंज, रसूलाबाद, नैनी, बमरौली समेत अन्य उपकेंद्रों पर काफी संख्या में लोग पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन इसी बात पर अड़े थे कि बिजली आपूर्ति बहाल होने के बाद ही वह यहां से जाएंगे।