प्रयागराज ब्यूरो । खूंखार बमबाज गुलाम के रसूलाबाद स्थित मकान को सोमवार दोपहर पीडीए ने जेसीबी और पोकलैंड लगाकर ढहा दिया। पांच लाख रुपये का इनामी गुलाम उमेश पाल और उसके दो गनर की हत्या में नामजद है। घटना के बाद से ही वह बीवी बच्चों सहित पूरे परिवार को छोड़कर भागा हुआ है। सुबह करीब 11 बजे पुलिस व अधिकारी मकान खाली कराने पहुंचे तो परिवार के लोगों की रूह कांप गई। मकान के फ्रंट पर रोड साइड बनी चार दुकानें भी खाली करा दी गईं। सिर से छत छिन जाने की खबर सुनते ही गुलाम की बूढ़ी मां फफक कर रो पड़ी तो बड़े भाई का गला भर आया। मकान खाली कराने के बाद करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई में पूरा मकान धराशायी कर दिया गया। अच्छे खासे मकान के ध्वस्त होते ही उसका पूरा परिवार रोड पर आ गया। पति के गुनाहों की सजा भुगत रही उसकी पत्नी बेटियों को लेकर मायके में जीवन बसर कर रही है।

बेटियों संग ससुराल में रहती है पत्नी
रसूलाबाद घाट मेन रोड स्थित ढाल चौराहे 7-ए/10 नंबर मकान के अगले हिस्से में गुलाम पत्नी व बच्चों संग रहा करता था। तीन भाईयों में सबसे छोटे गुलाम का बड़ा भाई राहिल हसन मां कुसुंदा के साथ सबसे पीछे वाले हिस्से में रहता था। दूसरे नंबर का भाई कहीं बाहर रहता है। बताते हैं कि इस मकान में गुलाम कभी-कभार ही आया करता था। पत्नी व बच्चों संग ज्यादातर उसके दिन मेंहदौरी स्थित ससुराल में बीता करता था। दो मासूम बेटियों के साथ उसकी पत्नी सना तो मायके में ही रहती है। सुलेमसराय एरिया के जयंतीपुर में 24 फरवरी को बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह व अधिवक्ता उमेश पाल और उसके गनर संदीप निषाद एवं राघवेंद्र की गोलियों एवं बम मारकर हत्या कर दी गई थी।

सीसीवीटी फुटेज में साफ दिखा चेहरा
उमेश पाल की पत्नी जया पाल के द्वारा मामले में नामजद पांच लोगों में एक नाम गुलाम का भी शामिल है। वारदात में शामिल गुलाम ही था जिसने घटना स्थल पर बम की बरसात करके पूरे मोहल्ले को धुआं-धुआं कर दिया था। जान बचाकर भाग रहे उमेश पाल के गनर राघवेंद्र को गली में दौड़ाकर बम मारने वाले गुलाम का चेहरा सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में सामने आ गया। इस घटना के बाद गुलाम घर छोड़कर भागा हुआ है। कई दिनों तक तलाश में जुटी पुलिस के द्वारा गुलाम पर सहित पांच लोगों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। छानबीन में पीडीए को मालूम चला कि गुलाम रसूलाबाद स्थित जिस मकान में रहता था उसका नक्शा नहीं पास है। मकान के अंदर गली में एक और मकान अवैध तरीके से बना रखा है। यह बात सामने आने के बाद इस मकान को ढहाने के लिए पीडीए की टीम पुलिस फोर्स के साथ जा पहुंची। टीम पहुंची तो घर में गुलाम की बूढ़ी मां व भाई राहिल हसन था। इन दोनों को टीम के द्वारा कार्रवाई की जानकारी देते हुए मकान खाली करने का निर्देश दिया। मकान ढहाए जाने की खबर सुनते ही उन दोनों की आंखें भर आईं। बेटे गुलाम की करतूत को उसकी बूढ़ी मां भी कोसते नहीं थक रही थी।


चार करोड़ का मकान दो घंटे में धड़ाम
रसूलाबाद मेन रोड पर 30 वर्ग फिट चौड़े व करीब 120 वर्ग फिट लंबे मकान इस मकान को ढहाने में दो जेसीबी व एक पोल लैंड को लगाया गया। करीब दो घंटे की लगातार कार्रवाई के बाद पूरे मकान को जमींदोज कर दिया गया। इस मकान के अंदर बाईं तरफ स्थित जमीन पर भी वह मकान बना रखा था। कार्रवाई की सूची में टीम के द्वारा यह मकान भी बताया गया और इसे भी ढहा दिया गया। मकान की अनुमानित कीमत करीब चार करोड़ रुपये बताई गई। इसमें दो करोड़ की जमीन और उतनी ही मकान की कीमत का आंकलन किया जा रहा है। गुलाम के मकान पर जेसीबी व पोक लैंड गरजता रहा और देखने वालों की भीड़ लगी रही। सैकड़ों लोग रोड पर तो उतने ही छतों पर खड़े होकर अपराध के हश्र का नजारा देखते रहे।


बूढ़ी मां व बेटियों की भी फिक्र नहीं
अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बनने का ख्वाब देख रहे गुलाम माफिया अतीक अहमद की गैंग का हिस्सा बन गया।
आका अतीक जेल में गया तो वह उसके बेटे असद के इशारे पर काम करने लगा। उमेश पाल की हत्या में असद के साथ वह झोले में बम लेकर पहुंचा था।
उसे इस बात का तनिक भी ख्याल नहीं आया तो उसे कुछ हुआ तो उसकी की पत्नी सना व एक साल व दूसरी दो साल की बेटियों का क्या होगा।
गुलाम की पत्नी इस बीच कहीं भी नजर नहीं आई। उमेश पाल और उसके दोनों गनर की हत्या के बाद गुलाम कहां है?
इस बात की जानकारी से उसकी मां व भाई दोनों ही इंकार करते रहे। वांछित पांच लाख के इनामी गुलाम के मकान पर जेसीबी गरजती रही और उसकी मां कुसुंदा की आंखें बरसती रहीं।
पूरी उम्र जिस मकान में वृद्ध कुसुंदा बिता डालीं आज उसी घर की एक-एक ईंट को बिखरते हुए देखकर फफक कर रोती रहीं। उनके पति मसूदुल तो मानों सुध-बुध खो बैठे थे।
एक सवाल पर बेटे राहिल हसन ने कहा कि पापा यहां नहीं हैं, मगर जब से गुलाम की हरकत के बारे में सुने हैं उनकी स्थिति ठीक नहीं है।


अब तक ढहाए गए पांच मकान
अधिवक्ता उमेश पाल की 24 फरवरी को हुई हत्या के बाद अब तक प्रकाश में आए कुल पांच लोगों के मकान को पीडीए ढहा चुका है। पांच लाख के इनामी गुलाम से पहले जफर अहमद, सबदर अली, मासूक प्रधान, अब्दुल कवी का मकान यहां से कौशाम्बी तक जमींदोज किया गया। सोमवार को रसूलाबाद में गुलाम के मकान को भी ढहा दिया गया। इस तरह उमेश पाल मर्डर केस के बाद से अब तक कुल पांच मकान पीडीए व पुलिस के अधिकारी ढहा चुके हैं।



किस पर घोषित है कितना इनाम
असद अहम पांच लाख
साबिर पांच लाख
गुड्डू मुस्लिम पांच लाख
गुलाम पांच लाख
अरमान पांच लाख
शाइस्ता परवीन 25 हजार

बिना नक्शा पास कराए निर्माण कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आज ढहाया गया मकान आस्थान की जमीन पर बना था। इसको लेकर पीडीए की ओर से नोटिस जारी की जा चुकी थी। अवैध निर्माण करने वालों को इसी तरह से आगे भी कार्रवाई होगी।
अरविंद चौहान
वीसी, पीडीए