प्रयागराज (ब्यूरो)। नीट यूजी यूपी कोटे की काउंसिलिंग में इस समय च्वाइस लाकिंग की प्रक्रिया चल रही है। इसमें कैंडिडेट रैंकिंग के हिसाब से मेडिकल कॉलेज पसंद करते हैं। वर्तमान में केजीएमयू लखनऊ और बीएचयू वाराणसी यूपी में पहले रैंक पर हैं और कैंडिडेट्स भी इन्हे टॉप प्रायरिटी पर रख रहे हैं। हालांकि इन कॉलेजेस में एडमिशन मिलना इतना आसान नही होगा। यहां केवल नीट यूजी में टॉप रैंकिंग पाए कैंडिडेट्स ही एडमिशन पा सकेंगे।
पहले ही दिन भर जाएंगी सीटें
रैंकिंग के हिसाब से नंबर वन पर बीएचूसी वाराणसी, दूसरे पर केजीएमयू लखनऊ और तीसरे नंबर पर एएमयू अलीगढ़ है। आंकड़ों पर जाएं तो तीनों की कुल सीटें शुरुआत चार सौ रैंक में ही भर जाती हैं। इनको फुल होने में एक दिन ही लगता है। च्वाइस लाकिंग में सभी कैंडिडेट अपनी च्वाइस में तीनो कॉलेज शामिल कर रहे हैं। बता दें कि केजीएमयू में 200 और बीएचयू में 100 सीटे हैं। इनमें से 15 फीसदी सीटें आल इंडिया कोटे की हैं जो पहले ही भर चुकी हैं। आल इंडिया कोटे की सीटों के एडमिशन की अंतिम तिथि 29 अगस्त है। इस तरह से एमएलएन मेडिकल कॉलेज में आल इंडिया कोटे से दस कैंडिडेट एडमिशन ले चुके हैं।
किस रैंकिंग पर है कौन सा कॉलेज
रैंक मेउिकल कॉलेज
1 बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी
2 किंग जार्ज मे्िरडकल यूनिवर्सिटी लखनऊ
3 अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अलीगढ़
4 डॉ। राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज लखनऊ
5 एम्स गोरखपुर
6- एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज
7 गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज कानपुर
8 हिंद इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज सीतापुर
9 एम्स रायबरेली
10 गवर्नमंट मेडिकल इंस्टीट्यूट कासना ग्रेटर नोयडा
सीटों का आटोमेटिक होगा एलॉटमेंट
मेडिकल कॉलेजेस की एमबीबीएस सीटों का एलाटमेंट आटोमेटिक होता है। यह पूरी प्रॉसेस ऑनलाइन है। जानकारी के मुताबिक कैंडिडेट पोर्टल पर ऑनलाइन च्वाइस लॉक करेंगे और फिर उनकी रैंक के आधार पर सरकारी कॉलेजों में सीटें एलॉट हो जाएंगी। यूपी कोटे की काउंसिलिंग में तीस अगस्त को रिजल्ट सामने आ जाएगा। इसके बाद 31 अगस्त से एडमिशन प्रॉसेस शुरू हो जाएगी। जो कि पांच अगस्त तक चलती रहेगी।
यूपी में कुल मेडिकल कॉलेज- 67
सरकारी कॉलेज- 35
निजी कॉलेज- 32
कुल एमबीबीएस सीटें- 5128
एडमिशन में लगने वाले डाक्यूमेंट
- दसवीं की मार्कशीट और प्रमाणपत्र
- बारहवीं की मार्कशीट और प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- कैरेक्टर प्रमाण पत्र
- जरूरत पडऩे पर निवास प्रमाणपत्र
इस समय एम्स गोरखपुर की रैंक में तेजी से बदलाव हो रहा है। कई छात्र यहां पर भी एडमिशन लेने की कोशिश करते हैं। यही कारण है कि च्वाइस लाकिंग में टॉप में यह कॉलेज रहता है।
कुणाल
इस समय केजीएमयू नंबर वन पर है। इसके साथ बीएचयू भी शमिल है। हर छात्र चाहता है कि उसे टॉप के कॉलेज मिले जिससे उसका एमबीबीएस बेहतर तरीके से पूरा हो जाए।
सत्यम यादव
आपको किस कॉलेज में एडमिशन होगा यह आपकी रैंक तय करती है। बेहतर रैंक वालों को टॉप थ्री या टॉप फाइव कॉलेज में आराम से एडमिशन मिल जाता है।
हर्षित मिश्रा
यूपी के टॉप थ्री कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए चार सौ रैंक के भीतर होना जरूरी है। तभी मौका मिलता है। सरकारी कॉलेजों में इतनी आसानी से सीट नही मिलती है। यही कारण है कि बहुत से छात्र बार बार नीट की परीक्षा देते हैं।
ब्रजेश कुमार पांडेय, शिक्षक