प्रयागराज ब्यूरो । क्या आपको पता है कि किस बूथ पर कौन सी ईवीएम लगाई जानी है? यह पहले से तय हो जाता है। इस प्रक्रिया को रैंडमाइजेशन कहते हैं। पहले और दूसरे रैंडमाइजेशन में स्टेप बाई स्टेप इस प्रक्रिया को अंजाम दिया जाता है। साथ ही बूथ वाइज ईवीएम का नंबर उस एरिया के उम्मीदवार को दिया जाता है। ताकि वह मतदान से पहले ईवीएम का दिए गए नंबर से मिलान कर ले।

किस विधानसभा में कितनी ईवीएम और वीवीपैट एलॉट

बुधवार को मुंडेरा मंडी स्थित बनाए गए स्ट्रांग रूम में फस्र्ट रैंडमाइजेशन को अंजाम दिया गया। इसमें तय किया गया कि इस विधानसभा में कितनी ईवीएम और वीवीपैट को भेजा जाना है। इन विधानसभाओं में मौजूद बूथ के सापेक्ष 120 फीसदी ईवीएम एलॉट की गई है। गुरुवार को ईवीएम की छटाई कर संबंधित आरओ को सौंप दिया गया। अब यह ईवीएम मतदान तक विधानसभावार रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखी गई हैं। इनके लिए पैरा मिलेट्रेी फोर्सेज को मौके पर तैनात किया गया है।

विधानसभा कुल बूथ एलॉट ईवीएम एलॉट वीवीपैट

फाफामऊ 378 453 491

सोरांव 416 499 540

फूलपुर 435 522 565

प्रतापपुर 422 506 548

हंडिया 409 490 531

मेजा 339 406 440

करछना 352 422 457

शहर पश्चिम 423 507 594

शहर उत्तरी 416 499 540

शहर दक्षिणी 377 452 490

बारा 371 445 482

कोरांव 374 448 486

ऑनलाइन होती है प्रक्रिया

चुनाव को पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए रैंडमाइजेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाती है। जिला निर्वाचन अधिकारी की मौजूदगी में निर्वाचन आयोग की ओर से ईवीएम को विधानसभावार एलॉट किया जाता है। इसके बाद सेकंड रैंडमाइजेशन में विधानसभावार एलॉट की गई ईवीएम में से एक-एक ईवीएम को बूथवार एलॉट किया जाता है। जिस ईवीएम को जिस बूथ में जाना होता है उसका नंबर उम्मीदवार को दे दिया जाता है। उम्मीदवार अपने एजेंट को यह नंबर देता है और वह मतदान से पहले इस नंबर और पोलिंग बूथ पर रखी गई ईवीएम का मिलान करता है। इसके बाद मतदान की प्रक्रिया को शुरू किया जाता है।

फस्र्ट रैंडजाइजेशन पूरा हो चुका है। जल्द ही सेकंड रैंडमाइजेशन होगा। इसके बाद बूथवार ईवीएम को एलॉट कर दिया जाएगा। चुनाव को पूर्णतया पारदर्शी करने के लिए यह प्रक्रिया अपनाई जाती है।

फूलचंद, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी प्रयागराज