प्रयागराज ब्यूरो । पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी और उनके साथी पर जानलेवा हमला किया गया। घटना नैनी थाना क्षेत्र के अरैल तटबंध पर हुई। दिवाकर अपने साथी शरवेंद्र विक्रम के साथ लौट रहे थे। दोनों कार से थे। तभी चलती कार पर फायरिंग की गई। दोनों को गोली नहीं लगी, मगर कार क्षतिग्रस्त हो गई। नैनी पुलिस ने पूर्व भाजपा नेता की तहरीर पर केस दर्ज कर लिया। मामले में शुआट्स के कुलपति आरबी लाल और दो अज्ञात आरोपी हैं। नैनी पुलिस ने कुलपति को शुआट्स परिसर से गिरफ्तार किया है। उसके दो साथियों की तलाश की जा रही है। करबला मोहल्ला के रहने वाले पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी अपने साथी शरवेंद्र विक्रम सिंह के साथ अरैल बांध पर मार्निंग वॉक के लिए गए थे।

जान बचाकर सीधे नैनी थाने पहुंचे थे
करीब पौने सात बजे सुबह दोनों कार से लौटने लगे। तभी एक फाच्र्यूनर कार ने दिवाकर की कार का पीछा किया। कुछ देर बाद फाच्र्यूनर कार ने ओवरटेक किया। दिवाकर का आरोप है कि फाच्र्यूनर कार सवार शुआट्स के कुलपति आरबी लाल ने गाली गलौच शुरू कर दी। इसके बाद कुलपति आरबी लाल ने कार के अंदर बैठे अपने साथियों को ललकारा। इस पर कुलपति की कार सवार साथियों ने दिवाकर की कार पर फायरिंग कर दी। हालांकि फायरिंग में दिवाकर और उसके साथी को गोली नहीं लगी, मगर दिवाकर की कार क्षतिग्रस्त हो गई। जान बचाकर भागे दिवाकर सीधे नैनी थाने पहुंचे। दिवाकर ने पुलिस को कुलपति आरबी लाल और उसके दो साथियों के खिलाफ तहरीर दी। आरोप लगाया कि कुलपति के खिलाफ उन्होंने कई मुकदमें लिखवाए हैं। जिसकी वजह से कुलपति ने उन पर कातिलाना हमला करवाया है। पुलिस ने कुलपति और उसके दो साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

शुआट्स परिसर से कुलपति गिरफ्तार
केस दर्ज करने के बाद नैनी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने कुलपति की गिरफ्तारी के लिए मुखबिरों को लगाया। कुछ देर में सूचना मिली कि कुलपति आरबी लाल शुआट्स परिसर में है। इस पर नैनी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने दबिश देकर कुलपति को गिरफ्तार कर लिया। कुलपति को गिरफ्तारी के बाद नैनी थाने लाया गया।

कोट
पूर्व भाजपा नेता दिवाकर त्रिपाठी ने जानलेवा हमले का केस दर्ज कराया है। इस मामले में कुलपति आरबी लाल व उसके दो साथियों को आरोपित किया गया है। कुलपति आरबी लाल को शुआट्स परिसर से गिरफ्तार किया गया है।
यशपाल सिंह, इंस्पेक्टर नैनी

अर्श से फर्श पर लाल बंधु
प्रयागराज। एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट से शुआट्स के सफर में लाल बंधु अर्श से फर्श पर आ गए। दो दशक पहले एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट को अलग पहचान मिल गई। इंस्टीट्यूट यूनिर्वसिटी में तब्दील हो गई, मगर इस सफर में लाल बंधुओं पर मुकदमों का इतना बोझ हो गया कि अब शायद ही उन्हें जेल की सलाखों से छुटकारा मिल सके। लाल बंधुओं में सबसे बड़े आरबी लाल जोकि शुआट्स के कुलपति हैं, उन्हें पूर्व भाजपा नेता दिवाकर त्रिपाठी पर हमले में जेल भेज दिया गया। जबकि विनोद बी लाल जोकि शुआट्स के डायरेक्टर हैं उन्हें यहां के पूर्व छात्र शरवेंद्र विक्रम सिंह पर हमले में जेल भेजा जा चुका है। वहीं, शुआट्स के प्रति कुलपति एसबी लाल का कोई अता पता नहीं है। कुलपति आरबी लाल पर विभिन्न मामलों में 26 केस दर्ज हैं।


11 केस दर्ज हैं आरबी लाल पर नैनी में।
5 केस दर्ज है आरबी लाल पर फतेहपुर में।
2 केस सीबीआई ने दर्ज कराया है लखनऊ में।
1 केस दर्ज है सिविल लाइंस थाने में।
1 केस दर्ज है जार्जटाउन थाने में।
2 केस दर्ज है कैण्ट थाने में।
1 केस दर्ज है हमीरपुर में।
1 केस दर्ज है प्रतापगढ़ में।
1 केस दर्ज है घूरपुर थाने में।

नैनी पुलिस ने कुलपति आरबी लाल को कोर्ट में पेश किया। जहां से आरबी लाल को कोर्ट ने दो दिन की रिमांड पर नैनी जेल भेज दिया है। आरबी लाल को दो जनवरी को कोर्ट में दोबारा पेश किया जाएगा। - गुलाब अग्रहरी, जिला शासकीय अधिवक्ता